- आईजीआईएमएस में पीएसए ऑक्सीजन जेनरेशन प्लांट शुरू

- आईजीआईएमएस में 50 बेड पर चौबीसों घंटे मिलेगा ऑक्सीजन

- 42 दिन में राज्य में खुलेंगे 122 ऑक्सीजन जेनरेशन प्लांट

PATNA : आईजीआईएमएस में रविवार को नया ऑक्सीजन जेनरेशन प्लांट शुरू हो गया। इसकी मदद से आईजीआईएमएस में हर दिन 50 बेड पर चौबीसों घंटे मिलेगी ऑक्सीजन की सुविधा। इस प्लांट की क्षमता के अनुसार 233 लीटर ऑक्सीजन प्रति मिनट जेनरेट करने की है। इससे 50 डी टाइप सिलेंडर को भरा जा सकेगा। बिहार में 123 ऑक्सीजन जेनरेशन प्लांट स्थापित होगा। इसमें आईजीआईएमएस में पहला प्लांट रविवार को स्थापित हो गया। इसका उद्घाटन स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय एवं पटना साहिब के सांसद रविशंकर प्रसाद ने संयुक्त रूप से किया। स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि प्रदेश के मेडिकल कॉलेजों, सदर, अनुमंडल से लेकर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में 122 पीएसए (प्रेशर ¨स्वग एडजा‌र्ब्शन) ऑक्सीजन जेनरेशन प्लांट खोले जाएंगे। 30 अगस्त तक सभी प्लांट शुरू हो जाएंगे।

सीएसआर से और प्लांट लगेंगे

जानकारी हो कि आईजीआईएमएस में ऑक्सीजन जेनरेशन प्लांट की स्थापना अमेरिकन इंडिया फाउंडेशन की ओर से डोनेशन के तौर पर किया गया है। जबकि इसका फैसिलिटेशन पेटीएम फाउंडेशन की ओर से किया गया है। इस मौके पर सांसद रविशंकर प्रसाद ने कहा कि कोरोना महामारी की दूसरी लहर के दौरान ऑक्सीजन संकट की चुनौती सामने आई थी। केंद्र सरकार और बिहार सरकार ने त्वरित प्रयास किए। इसी कड़ी में उन्होंने अपने संसदीय क्षेत्र के प्रमुख अस्पतालों में ऑक्सीजन प्लांट लगवाने की पहल की। पीएमसीएच व एनएमसीएच में उनके प्रयासों से कुछ कंपनियों के सीएसआर (कंपनी सोशल रिस्पांसबिलिटी) से आईजीआईएमएस, शेखपुरा, बख्तियारपुर और फतुहा में भी पीएसए ऑक्सीजन प्लांट लगाए जा रहे हैं।

एक माह में होगा तैयार

आईजीआईएमएस के मेडिकल सुपरिटेंडेंट ने बताया कि अस्पताल में 20 किलोलीटर का एक क्रायोजेनिक प्लांट जुलाई के अंत तक शुरू हो जाएगा। अस्पताल में बच्चा वार्ड में सभी 50 बेड पर चौबीसों घंटे ऑक्सीजन की सुविधा रहेगी। जब यह प्लांट शुरू होगा तो इससे ओटी और आईसीयू के ऑक्सीजन खपत की 50 फीसदी सप्लाई चालू हो जाएगी। बाकी के लिए बड़े ऑक्सीजन सिलेंडर्स से आपूर्ति की जाएगी। कोरोना की तीसरी लहर के मद्देनजर यह एक बड़ी पहल है। बता दें कि कोरोना की दूसरी लहर के समय आईजीआईएमएस में भी ऑक्सीजन की भारी किल्लत हो गई थी।

इमरजेंसी में काम आएगा 'जंबो'

स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि कोरोना की तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए 122 पीएसए प्लांट के अलावा लिक्विड ऑक्सीजन के भंडारण और उत्पादन के लिए क्रायोजेनिक टैंक व प्लांट लगाए जा रहे हैं। 30 अगस्त के बाद आईजीआईएमएस जैसे संस्थानों में जंबो ऑक्सीजन सिलेंडर सिर्फ इमरजेंसी की स्थिति से निपटने के लिए रखे जाएंगे। आईजीआईएमएस में पीजीआई लखनऊ और चंडीगढ़ के समकक्ष सुविधाएं मुहैया कराने के साथ अधिक से अधिक रोगियों का इलाज हो सके, इसलिए इसकी क्षमता बढ़ाई जा रही है। इस मौके पर मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ मनीष मंडल और निदेशक डॉ एनआर विश्वास व अन्य उपस्थित रहे।

क्या होता है पीएसए प्लांट

प्रेशर ¨स्वग एडजा‌र्ब्शन (पीएसए) ऑक्सीजन प्लांट वातावरण की हवा में मौजूद नाइट्रोजन व अन्य गैसों को एडजार्बेट की मदद से अलग कर आक्सीजन प्रदान करता है। इस प्लांट को अधिकतम 40 से 50 लाख रुपए में एक माह में स्थापित किया जा सकता है।