- आईआईटी के इनक्यूबेशन सेंटर में डेवलप किए गए नए हेल्थ प्रोडक्ट

- 40 हेल्थ केयर और इलेक्ट्रॉनिक्स कंपनियों को आईआईटी ने किया सपोर्ट

PATNA :

जहां चाह वहां राह। यह बात लॉकडाउन के कठिन परिस्थितियों में सच कर दिखाया है आईआईटी पटना ने। कोरोना महामारी से बचाव के लिए आईआईटी पटना के इनक्यूबेशन सेंटर में लॉकडाउन के दौरान कई इलेक्ट्रानिक्स और हेल्थ केयर के इक्यूपमेंट तैयार किए गए। जिसे हॉस्पिटल समेत कई संस्थानों में इस्तेमाल को लिए भेजा गया। सेंटर की मानें तो इन हेल्थ केयर इक्यूपमेंट को बनाने के पीछे उद्देश्य लाभ कमाना नहीं बल्कि संकट की घड़ी में मानवता और देशसेवा रहा है।

सामाजिक दायित्व निभा रहे

आईआईटी पटना से मिली जानकारी के अनुसार कोरोना संकट के दौरान कई क्वालिटी और यूटिलिटी बेस्ड प्रोडक्ट बन रहे हैं। यहां फिलहाल इलेक्ट्रानिक्स और हेल्थ केयर की 40 कंपनियां कार्यरत हैं। आईआईटी पटना की ओर से आलोक कुमार ने बताया कि अब तब बड़ी संख्या में पीपीई किट, फेस शिल्ड समेत कई प्रोडक्ट एनएमसीएच, रुबन हॉस्पिटल आदि संस्थानों में भेजा गया है। इसका मकसद संकट की घड़ी में मदद के लिए हाथ बढ़ाना है। यहां कोरोना को लेकर पीपीई किट, फेस शिल्ड आदि कई उपयोगी प्रोडक्ट बने हैं। साथ ही और नए प्रोडक्ट बनाने पर काम कर रहे हैं।

लॉकडाउन में भी करते रहे गाइड

लॉकडाउन की विकट स्थिति में जहां इनोवेटरों के लिए हर जगह से दरवाजे बंद हो गए थे। ऐसी स्थिति में आईआईटी पटना का इनक्यूबेशन सेंटर में कई प्रकार के प्रोडक्ट के डिजाइन, डेवलपमेंट और इससे भी पहले इन्हें हर प्रकार की तकनीकी सहायता देने में यहां के सेक्रेटरी, मेंटर और सपोर्टिग स्टाफ ने शानदार काम किया है। इस बारे में इनक्यूबेशन सेंटर के सेक्रेटरी डॉ प्रमोद कुमार तिवारी ने बताया कि कोरोना संकट के द्वारा टेक्नोक्रेट किस प्रकार से आम लोगों को मदद कर सके, इसी सोच के साथ यहां आए कंपनियों को गाइड किया गया। अब तक पीपीई किट सहित कई प्रकार के प्रोडक्ट तैयार हुए है और कुछ नए प्रोडक्ट भी बन रहे हैं। इस टीम वर्क में यहां के मैनेजर जोफेस पाल आरकलन सहित कई ने अपनी महत्पूर्ण भूमिका निभाई है। डॉ प्रशांत झा यहां कंपनियों को अपनी मेंटरिंग दे रहे हैं। वे लंदन से ही स्काइपी पर कंपनियों से जुडे़ लोगों को गाइड कर रहे हैं।

ये कंपनियां हैं शामिल

कोरोना संकट से निपटने के लिए आईआईटी पटना के इनक्यूबेशन सेंटर में कई प्रकार के प्रोडक्ट तैयार किए जा रहे हैं। इसमें रोबोट सहित कई प्रकार के प्रोडक्ट तैयार किए गए हैं। इनक्यूबेशन सेंटर में काम करने वाली कंपनियों में सिबिलिन, अटला मेडिको, लाइफ ग्राफ, स्मार्ट वे इलेक्ट्रॉनिक्स, टेक प्रो लैब, विटिलिटी, वेल्थ सॉल्यूशन सहित अन्य कंपनियां शामिल हैं।

ये प्रोडक्ट तैयार किए

- फेस शिल्ड

- पीपीई किट

- डिलेवरी रोबोट

- सोशल डिस्टेंसिंग डिवाइस

- नर्सिग रोबोट

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फेस शिल्ड - फेसशील्ड सुरक्षा उपकरणों का हिस्सा है। फेस शील्ड में उपयोगकर्ता के आराम के लिए फ्रेम, शील्ड, इलास्टिक स्ट्रैप और उचित फिटिंग के लिए फोम शामिल हैं।

रोबोट - रोबोट में लगे कैमरे और स्पीकर के माध्यम से डॉक्टर अपने चैंबर से ही मरीज से बातचीत कर सकेंगे। स्क्रीन पर डॉक्टर मरीज को देख भी सकेंगे। पीडि़त के बेड तक रोबोट दवा और खाना भी पहुंचाएगा। नìसग रोबोट सेंसर कंट्रोल्ड है।

पीपीई किट - कोरोना वायरस का संक्रमण पीपीई किट की चेन और बटन से भी फैल सकता है। आईआईटी में बनाई जा रही पीपीई किट बगैर चेन और बटन की है और आरामदायक भी।

सोशल डिस्टेंसिंग डिवाइस - इस डिवाइस की मदद से यदि सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं हो रहा हो तो वहां अलार्म बज जाता है। इसी प्रकार और कई इनोवेटिव प्रोडक्ट डिजाइन और डेवलप हो रहे हैं।