- घर छोड़कर भागने पर मामला उजागर, भटकती बच्ची को स्थानीय लोगों ने चाइल्ड लाइन को सौंपा

PURNIYA: सीआईडी अफसर के घर काम कर रही बच्ची को अगरबत्ती से दागा जाता था। सैटरडे को बच्ची घर छोड़कर निकल गई। लोहा गर्म कर बेरहमी से पिटाई की जाती थी। बच्ची के दोनों हाथ, चेहरा और गर्दन पर गहरे जख्म के निशान थे। मामला शहर के सहायक खजांची थाना क्षेत्र के रजनी चौक का है, जहां कटिहार जिले में सीआइडी में पदस्थापित पुलिस अधिकारी नितेश चौधरी का परिवार रहता है। शनिवार को रजनी चौक के पास बच्ची को भटकते देख लोगों ने चाइल्ड लाइन को सूचना दी। चाइल्ड लाइन के सदस्य ने बच्ची को अपने संरक्षण में ले लिया। सूचना पर महिला थाना पुलिस चाइल्ड लाइन पहुंची और बच्ची का फर्द बयान लिया। पूछताछ में बच्ची ने सीआइडी अधिकारी के जुल्म की दास्तां बयां की।

ग्लास टूटने पर की जाती थी पिटाई

बच्ची ने बताया कि उसका घर दरभंगा है। वह दो साल से सीआइडी अधिकारी नितेश चौधरी के यहां काम कर रही है। घर का सारा काम कराया जाता था। बताया कि पोछा लगाते समय एक कांच का ग्लास टूट गया तो उसकी बेरहमी से पिटाई कर दी गई। कुछ भी होता तो उसे मारा-पीटा जाता था। अगरबत्ती जलाकर शरीर को दागा जाता था। बेलन एवं लोहा गर्म कर पिटाई की जाती थी। काफी जुल्म सहने के बाद शनिवार की अल सुबह वह मौका पाकर भाग निकली। सभी सो रहे थे तो वह घर छोड़कर निकली गई।

श्रम संसाधन विभाग में मामला दर्ज

महिला थानाध्यक्ष किरण बाला ने बताया कि बच्ची के बयान के आधार पर मामला दर्ज कर लिया गया है। नाबालिग बच्ची से काम कराने को लेकर श्रम संसाधन विभाग द्वारा भी मामला दर्ज कराया जाएगा। चाइल्ड लाइन द्वारा बच्ची को बाल कल्याण समिति के समक्ष प्रस्तुत कर बालिका गृह में आवासित किया गया है। इस कार्य में चाइल्ड लाइन के शहजादा हसन, मयूरेश गौरव, खुशबू रानी, मुकेश कुमार सहित अन्य लोगों ने अपनी सहभागिता निभाई।