PATNA: बिहार-झारखंड में नोटबंदी के दौरान बैंक खातों में जमा किए गए काली कमाई के हेरफेर की जांच पूरी हो गई है। जांच के दौरान लगभग 10 हजार बैंक खातों को चिन्हित किया गया है। जांच की पूरी प्रक्रिया अब समाप्त हो गई है। सरकार अब इन खातों के संचालकों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेगी। ऑपरेशन क्लीन के तहत शुरू की गई जांच की रिपोर्ट के आधार पर बिहार व झारखंड के चार चार्टर्ड अकाउंटेंट भी आयकर विभाग के शिकंजे में हैं। बिहार-झारखंड के प्रधान मुख्य आयकर आयुक्त केसी घुमरिया ने कहा कि नोटिस का जवाब नहीं देने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

400 आयकरदाता चिन्हित

घुमरिया ने बताया कि बिहार व झारखंड के 400 से भी अधिक ऐसे आयकरदाताओं को चिन्हित किया गया है, जिन्होंने अपनी आमदनी का एक बड़ा हिस्सा कृषि से दिखाया है। इन्हें पिछले दिनों आयकर विभाग ने नोटिस जारी किया था। इनमें कुछ ने आयकर विभाग के समक्ष पेश होकर अपनी गलती स्वीकार कर ली है। साथ ही अपना बकाए टैक्स का भुगतान भी कर दिया है। लेकिन दर्जनों लोगों ने आयकर की नोटिस का जवाब तक नहीं दिया है।

अब ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई शुरू की जा रही है। घुमरिया ने कहा कि कृषि क्षेत्र से अधिक आय दिखाकर आयकर की चोरी करने वालों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने बताया कि कई बड़े व्यवसायियों के लिए चार्टर्ड अकाउंटेंट ने भी गलत ऑडिट रिपोर्ट आयकर विभाग के समक्ष पेश की है। इन सभी चार चार्टर्ड

अकाउंटेंट को नोटिस जारी किया जा चुका है। हमें उनके जवाब का इंतजार है। यदि जवाब से हम संतुष्ट नहीं हुए तो इन चारों के खिलाफ भी आयकर अधिनियम के तहत कार्रवाई की जाएगी।