-पटना में जमीन मिलने में हो रही प्रॉब्लम

-इंदौर आईआईएम करेगा जमीन का मुआयना

PATNA: आईआईएम खोलने को लेकर पटना और गया के बीच फंसा पेंच खत्म हो गया। अब इसे बोधगया में खोला जाएगा। यह तय हुआ म् जनवरी को दिल्ली के विज्ञान भवन के सभागार हुई बैठक में। ये जानकारी बिहार के एजुकेशन मिनिस्टर वृषिण पटेल ने दी। बैठक की अध्यक्षता सेंट्रल मिनिस्टर स्मृति ईरानी ने की थी। इसमें कई तरह की बातों पर चर्चा हुई थी।

सेंट्रल एजुकेशन मिनिस्टर ने किया आश्वस्त

आईआईएम की स्थापना बिहार में की जाएगी। डिपार्टमेंट ने आईआईएम की स्थापना के लिए बोधगया में जमीन की उपलब्धता के संबंध में मानव संसाधन विकास मंत्रालय को सूचित किया था। केंद्र सरकार की ओर से आईआईएम, इंदौर को इस राज्य में आईआईएम की स्थापना के लिए बोधगया के स्थल चयन पर अपनी सहमति की स्वीकृति प्रदान नहीं की है। बिहार के शिक्षा मंत्री के अनुरोध पर सेंट्रल एजुकेशन मिनिस्टर ने बैठक में आश्वस्त किया कि बिहार राज्य में आईआईएम की स्थापना बोधगया में ही होगी और आईआईएम इंदौर को मेंटर के रूप में कार्य करने के लिए मंत्रालय की ओर से जल्दी ही निदेशित किया जाएगा, ताकि आईआईएम की स्थापना को गति मिल सके।

च्वॉइस बेस्ट सिस्टम लागू

बिहार में च्वॉइस बेस्ट क्रेडिट सिस्टम लागू करने के सवाल पर एजुकेशन मिनिस्टर वृषिण पटेल ने बताया कि इस मुद्दे पर वे सबसे पहले एक मीटिंग बुलाएंगे, जिसमें राज्य की यूनिवर्सिटी के वीसी, प्रोवीसी, रजिस्ट्रार व विभिन्न कॉलेजों को प्रिंसिपल, विभागीय पदाधिकारी एवं मानव संसाधन विभाग नई दिल्ली को भी आमंत्रित किया जाएगा। यह बैठक फरवरी के पहले सप्ताह में होगी। इसके बाद मानव संसाधन विकास मंत्रालय को विभाग अपनी सहमति प्रदान करेगा।

क्भ् नए कम्युनिटी कॉलेज

बिहार में क्क् कम्युनिटी कॉलेज हैं और क्भ् नए ऐसे कॉलेजों की स्थापना से संबंधित प्रस्ताव मानव संसाधन विकास मंत्रालय की स्वीकृति के लिए भेजा गया। दो पत्र लिखे गए हैं। शिक्षा मंत्री ने ये भी बताया कि सेंट्रल मिनिस्टर स्मृति ईरानी ने इस संदर्भ में यूजीसी के चेयरमैन को त्वरित कार्रवाई के लिए लिखा है।