लखनऊ (ब्यूरो)। शहर में रविवार को इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट लखनऊ ने कॉमन एप्टीट्यूट टेस्ट (कैट 2023) आयोजित किया। जानकारी के मुताबिक, शहर के 23 एग्जाम सेंटरों में तीन स्लॉट में एग्जाम हुआ। सुबह 8:30 बजे से लेकर 10:30 बजे, दोपहर 12:30 बजे से 2:30 बजे और शाम 4:30 बजे से 6:30 बजे तक एग्जाम हुआ। पेपर को लेकर कैंडीडेट्स की मिली-जुली प्रतिक्रिया मिली। स्लॉट 1 को किसी ने आसान बताया तो किसी ने दोपहर को हुई स्लॉट 2 परीक्षा को मॉडरेट टू डिफिकल्ट बताया।

120 मिनट का रहा एग्जाम

कैट 2023 का एग्जाम कंप्यूटर बेस्ड था। एग्जाम की ड्यूरेशन 2 घंटे यानि 120 मिनट थी। तीन सेक्शन में 66 सवाल पूछे गए। हर सेक्शन को सॉल्व करने के लिए कैंडीडेट्स को 40 मिनट दिए गए। पेपर 198 अंकों का हुआ। देशभर के 155 शहरों में एग्जाम हुआ और टोटल 400 सेंटर बनाए गए। कुल साढ़े तीन लाख कैंडिडेट्स ने इस एग्जाम में रजिस्ट्रेशन कराया था।

डीआईएलआर और क्यूए के सवालों में उलझे

एक कैंडीडेट्स ने बताया कि पेपर का डिफिकल्टी लेवल मॉडरेट टू डिफिकल्ट रहा। स्लॉट 1 के ज्यादातर सेक्शन के सवाल मुश्किल पूछे गए। पेपर में तीन सेक्शंस थे। पहले सेक्शन में वर्बल एबिलिटी एंड रीडिंग कॉम्प्रिहेंसन, डेटा इंटरप्रिटेशन एंड लॉजिकल रीजनिंग व क्वांटिटेटिव एबिलिटी से जुड़े सवाल पूछे गए। तीनों सेक्शन से 66 सवाल पूछे गए। कैंडीडेट सुमित ने बताया कि वर्बल एबिलिटी सेक्शन में कई तरह के सवाल पूछे गए। वीएआरसी मॉडरेट टू डिफिकल्ट रहा। 24 क्वेश्चन को 40 मिनट में सॉल्व करना था, ऐसे में टाइम को लेकर थोड़ी दिक्कत हुई। कैंडीडेट श्रुति सिंह ने बताया कि यह मेरा दूसरा अटेम्प्ट है। पेपर मुझे पिछले साल की तुलना में कठिन लगा। वीएआरसी का सेक्शन सरल लगा। वहीं, स्लॉट 3 में डीआईएलआर और क्यूए सेक्शन डिफिकल्ट लगे। भाव्या ने बताया कि पूरे पेपर में उनका स्लॉट 2 अच्छा नहीं हुआ। पेपर भी मुझे लेंदी लगा।