PATNA : वो दो दिनों से पुलिस वालों को तरह-तरह के इंस्ट्रक्शन दे रहा था। पुलिस वाले भी उसे अपना अधिकारी समझ सैल्यूट मार रहे थे और उसके इंस्ट्रक्शन को फॉलो कर रहे थे। उसने खुद को ख्0क्भ् बैच का आईपीएस अधिकारी बता रखा था। लेकिन शुक्र था कि उसके फर्जीवाड़े का खुलासा पीएम नरेन्द्र मोदी के पटना आने से करीब दो घंटे पहले हो गया था। मामला पुनाईचक पुलिस मोड़ का है। जहां पर एक पुलिस पोस्ट भी है। शास्त्री नगर के थानेदार गुरुवार की सुबह वहां पहुंचे। उनकी नजर संदिग्ध पर पड़ी। जिसे वहां तैनात पुलिस वाले सर-सर कर रहे थे। थानेदार विनोद यादव को शक हुआ। उन्होंने पूछताछ की। संदिग्ध ने अपना नाम मयंक मृणाल और खुद को ख्0क्भ् बैच का आईपीएस अफसर बताया। तभी थानेदार संदिग्ध से उसका आई कार्ड मांग बैठे। बस यहीं भेद सामने आ गया।

- आरबीआई के असिस्टेंट मैनेजर का है बेटा

शक के आधार पर पुलिस उसे शास्त्रीनगर थाने ले गई। वहां पूछताछ में उसने अपनी असलियत बताई। वो एमबीए फाइनल ईयर का स्टूडेंट है। उसके पिता विनोद कुमार रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के पटना ब्रांच में असिस्टेंट मैनेजर हैं। मामले की जानकारी सीनियर पुलिस ऑफिसर्स तक पहुंची। मयंक ने ऐसा क्यों किया, इसकी छानबीन की गई। एसएसपी मनु महाराज ने पिता द्वारा पेश किये गए मेडिकल रिर्पोट की जांच की, जिसके बाद एसएसपी ने उसे छोड़ देने का निर्देश दिया।

- हिरासत में नगर निगम का स्टाफ

दूसरी ओर कोतवाली थाने की पुलिस टीम ने हाईकोर्ट के पास संदिग्ध हालत में घूम रहे एक शख्स को अपने हिरासत में लिया। थाने ले जाकर उससे पूछताछ की गई। उसने अपना नाम कुमार सत्यम बताया। जो नगर निगम का स्टाफ है। इसके पास से कुछ कागजात भी मिले। इससे मिले सूचना को पुलिस टीम ने वेरिफाई कराया। जो सही पाया गया।