-भारी बारिश से तटबंध पर दबाव बना रही कोसी

PATNA: बारिश की वजह से पटना में भी गंगा उफनने लगी है। जबकि उत्तर बिहार में हुई मूसलाधार बारिश से कोसी कोसी समेत कई नदियां फिर उफनने लगीं हैं। खगडि़या और सुपौल में कोसी आक्रामक होने लगी है। खगडि़या में कोसी व बागमती खतरे के निशान से ऊपर है। नए इलाकों में बाढ़ का पानी पहुंच रहा है। कोसी नदी के जल अधिग्रहण क्षेत्र में हुई मूसलाधार बारिश के कारण सुपौल में कोसी का जलस्तर फिर बढ़ा है। कुछ तटबंध पर कोसी आक्रामक दिख रही है। कोसी का बहाव बराज पर मंगलवार को 2 लाख 41 हजार चालीस क्यूसेक बढ़ते क्रम में रिकॉर्ड किया गया। इसके और बढ़ने की आशंका व्यक्त की जा रही है। सहरसा में तटबंध के अंदर के कई गांवों में कोसी कटाव कर रही है।

देर रात मझौलिया में टूटा तटबंध

प्रदेश में डूबने से दस और वज्रपात की चपेट मे आने से एक की मौत हो गई। इसमें पूर्वी चंपारण के छह, समस्तीपुर के दो, गोपालगंज और छपरा के एक-एक लोग हैं। बांका जिले के बौंसी में वज्रपात की चपेट में आने से एक की मौत हो गई। नरकटियागंज-मुजफ्फरपुर रेलखंड पर चौथे दिन ट्रेनों का परिचालन शुरू हो गया। जबकि, समस्तीपुर-दरभंगा खंड पर पांचवें दिन भी परिचालन बाधित रहा। पश्चिम चंपारण में गंडक का जलस्तर 2.32 लाख क्यूसेक रहा। मझौलिया में सोमवार देर रात गोपी खांड नदी का बांध टूट गया।

महानंदा खतरे के निशान से ऊपर

मुंगेर में गंगा का जलस्तर घट रहा है। मधेपुरा के आलमनगर व चौसा प्रखंड के कई गांवों में बाढ़ का पानी फैला है। अररिया में परमान को छोड़कर बाकी नदियों का जलस्तर स्थिर है। किशनगंज-ठाकुरगंज मुख्य सड़क पर कौआउड़ा के पास महानंदा का पानी सड़क से ऊपर बहने लगा है। कनकई व मेंची नदी के जलस्तर में लगातार वृद्धि हो रही है। महानंदा अब भी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है।