- उपमुखिया गीता देवी ने स्वयं को घर की बेटी बताकर बचाई अपनी जान

PATNA: लखीसराय के चंपानगर में मंडे की रात नक्सलियों ने उपमुखिया के पति सुनील यादव (ब्भ्) की हत्या कर दी। बुधौली बनकर पंचायत की उपमुखिया गीता देवी ने अपनी जान गलत पहचान देकर बचाई। पंचायत चुनाव की रंजिश में वरदात हुआ है। दो दर्जन नक्सली गांव में पहुंचे जिसमें से एक दर्जन नक्सली चहारदीवारी फांद सुनील के आंगन में पहुंचे। मां कौशल्या देवी से बेटे सुनील के बारे में पूछा। मां कौशल्या ने इशारे से सुनील के बारे में बताया। सुनील के कमरे का दरवाजा खुला था। नक्सलियों ने कमरे में घुस सुनील को कब्जे में लिया और गीता को खोजने लगे। गीता ने घर की बेटी बताते हुए कहा कि गीता घर से बाहर है।

कनपटी में दागी दर्जनों गोलियां

इधर नक्सलियों ने सुनील के दोनों हाथ पीछे कर बांध दिए और पीटते हुए सेवक स्थान के पास ले गए। इसके बाद गोलियों से भून दिया गया। आधा दर्जन गोलियां कनपटी, गर्दन और पेट में मारी गई। सुनील का सिर धड़ से अलग हो गया। इस नृशंस हत्या से मांस के टुकड़े और खून के छींटे करीब फ्0 फीट तक बिखर गए। नक्सलियों ने मौके पर कहा कि पुलिस की मुखबिरी करने के कारण यह सजा दी गई है। घटनास्थल से दो नक्सली पर्चे और 7.म्ख् बोर के कारतूस के पांच खोखे मिले है। घटना को अंजाम देकर नक्सली नारा लगाते हुए चोरनिया पहाड़ की तरफ चले गए। हत्या का एक कारण पंचायत चुनाव में नक्सल समर्थित प्रत्याशी का सुनील द्वारा विरोध करना भी बताया जा रहा है।