PATNA : गोला रोड और उसके आसपास का एरिया रूपसपुर थाने की पुलिस से संभल नहीं रहा है। तभी तो एक के बाद एक चोरी की बड़ी वारदातें सामने आ रही हैं। इस बार शातिर चोरों ने एक बैंक अधिकारी के खाली फ्लैट को ही अपना शिकार बनाया। शातिर चोरों ने चोरी की बड़ी वारदात को अंजाम देते हुए पूरे फ्लैट को ही खंगाल डाला। डायमंड, गोल्ड और सिल्वर की ज्वेलरी व ख्0 हजार रुपए कैश सहित क्ख् लाख रुपए से अधिक की संपत्ति चोरी कर ली गई। बैंक अधिकारी का नाम संजीव कुमार है। जो आईसीआईसीआई बैंक में जोनल मैनेजर हैं। कटिहार के रहने वाले संजीव अपनी वाइफ खुशबू कोमल व दो बच्चों के साथ कंचन मगध इन्क्लेव अपार्टमेंट के फ्लैट नंबर फ्0फ् में रहते हैं।

- बंद मिले थे बाहर से तीन फ्लैट

भ् सितंबर को संजीव बैंक के काम से कोलकाता चले गए। जबकि वाइफ बच्चों के साथ मायके सीवान चली गई। पूरा फ्लैट खाली था। 8 सितंबर की सुबह करीब भ्:फ्0 बजे संजीव के मोबाइल पर अपार्टमेंट के गार्ड और फ‌र्स्ट फ्लोर पर रहने वाले एक व्यक्ति ने कॉल कर फ्लैट में चोरी होने की सूचना दी। आनन-फानन में संजीव और वाइफ गुरुवार की देर शाम पटना पहुंचे। थर्ड फ्लोर पर टोटल चार फ्लैट हैं। इनमें से तीन फ्लैट की गेट को बाहर से शातिरों ने लॉक कर दिया था। इसके बाद ही संजीव के फ्लैट में चोरी की वारदात को अंजाम दिया गया।

- किचन और ड्राइंग रूम को नहीं किया टच

जब संजीव और वाइफ पहुंचे तो उन्हें फ्लैट की मेन गेट पर लगाया गया अपना लॉक नहीं मिला। दोनों फ्लैट के अंदर गए। किचन और ड्राइंग रूम को दोनों जैसे छोड़कर गए थे, वैसे ही मिले। संजीव के अनुसार शातिरों ने किचन और ड्राइंग रूम को टच तक नहीं किया।

- बेडरूम में बिखरे मिले सामान

बेडरूम की स्थिति खराब मिली। वहां फ् आलमीरा थे। उनके अंदर रखे सामान, कपड़ा, आर्टिफिशियल व सिल्वर के पुराने ज्वेलरी बेड और फर्श पर बिखरे पड़े थे। आलमीरा और तिजोरी का लॉक टूटा था। सारी ज्वेलरी शातिर चोर ले गए थे।

- न एफएसएल को बुलाया और न डॉग स्क्वायड

संजीव ने पटना आने से पहले ही रूपसपुर थाने की पुलिस को वारदात की सूचना दे दी थी। लेकिन रूपसपुर थाने की पुलिस ने इस मामले में पूरी लापरवाही बरती। पहले तो संजीव और उनकी वाइफ के आने का इंतजार किया। फिर पुलिस टीम जांच करने फ्लैट पर पहुंची। थानेदार खुद गए थे। लेकिन चोरी की बड़ी वारदात होने के बाद भी पुलिस ने न तो एफएसएल की टीम को बुलाया और न ही डॉग स्क्वायड की टीम को। अगर टाइम पर एफएसएल की टीम को बुलाया जाता तो मौके से शातिरों के फिंगर प्रिंट्स और दूसरे सबूत जरूर जुटाए जाते।

-- ये ले गए शातिर चोर

क्। गोल्ड चेन - ख्

ख्। कान के सेट के साथ बड़ा हार - क्

फ्। छोटा हार - क्

ब्। छोटा हार कान के सेट के साथ - क्

भ्। बड़ा नथिया -क्

म्। मांगटीका - क्

7. कान का लड़ - एक जोड़ा

8. बच्चे की चेन - ख्

9. गोल्ड रिंग - क्क्

क्0. डायमंड रिंग -क्

क्क्। ब्रेसलेट - क्

क्ख्। गोल्ड बैंगल - ब्

क्फ्। कान बाली - 8 जोड़ा

क्ब्। बच्चे की अंगूठी - ख्

क्भ्। नाक का किल - क्ख्

क्म्। नथिया छोटा - ख्

क्7. मंगलसूत्र - क्

क्8. सिल्वर पायल - 8 जोड़ा

क्9. चांदी के दूसरे सामान

ख्0. ख्0 हजार रुपए कैश