- आठ महीने पहले निकला पार्किंग स्पेस अभी तक नहीं बना, सड़क पर जहां-तहां गाडि़यां की जा रही हैं पार्क

- नो पार्किंग जोन में लगी रहती हैं गाडि़यां, दोपहर और शाम में चलना हो गया है दुश्वार

PATNA : शहर की सड़कों पर हर दिन लाखों गाडि़यां फर्राटा मारती दौड़ती रहती हैं। इसमें टू व्हीलर, फोर व्हीलर से लेकर रिक्शा, ठेला, ऑटो, बस सभी शामिल हैं। इन तमाम गाडि़यों का ठहराव भी सड़क ही है। इनमें से जो पहले जहां पहुंचता है वहां अपनी सवारी लगाकर मस्ती में घूमता रहता है। कोई कहता या टोकता है तो एक ही जवाब मिलता है कि पार्किंग स्पेस बताओ कहां पर है, जबकि निगम की फाइलों में भ्क् नए पार्किंग स्पेस दिखाए गए हैं। इसमें बताया गया है कि किस तरह इन जगहों पर गाडि़यों को पार्क किए जाने से जाम से छुटकारा मिल सकता है, लेकिन आठ महीने बीत जाने के बाद भी पार्किंग स्पेस को लेकर कुछ खास काम नहीं हो पाया है। फाइलों में बंद पार्किंग के ये प्लेस पटनाइट्स को जब तक मिलेगा तब तक पूरा शहर जाम की मार से बैचेन रहेगा।

न मार्केट न सड़कों पर पार्किंग स्पेस

पार्किंग की हालत इतनी खराब है कि शहर के दर्जनों मार्केट में भी पार्किंग की फैसिलिटी नहीं है। कहीं दस से बीस गाडि़यों की पार्किंग है तो वहां भी तीन से पांच फोर व्हीलर लगने के बाद जगह नहीं बचती है। न्यू मार्केट और चांदनी मार्केट, मौर्या लोक कांप्लेक्स, पटना मार्केट, हथुआ मार्केट आदि ऐसी जगहें हैं जहां पर एक गाड़ी के लिए भी पार्किंग स्पेस नहीं है और इस वजह से इन जगहों पर भीषण सड़क जाम लगा रहता है।

सिटी एरिया में और प्राब्लम

पटना सिटी एरिया की हालत और भी बदतर है। सिटी एरिया में एक भी पार्किंग प्लेस नहीं होने की के कारण काफी फजीहत होती है। आलम यह है कि अगर आप सुबह में पटना सिटी गए हों तो लौटते-लौटते शाम होना तय है। जबकि रास्ते के सफर को कम करने के लिए तीन-तीन ओवर ब्रिज बनाए गए हैं। बावजूद सिटी के सुलतान गंज, आलम गंज, गाय घाट, खाजेकलां, चौक से लेकर तमाम थाना एरिया की हालत बदतर है।

बोरिंग केनाल रोड आइडियल, मगर

हड़ताली चौराहा से लेकर कुर्जी मोड़ तक बने पार्किंग एरिया को आइडियल मानकर भ्क् पार्किंग प्लेस को बनाया गया था। लेकिन लापरवाही का नतीजा यह है कि इन पार्किंग एरिया की हालत और भी बुरी है। हड़ताली चौक से लेकर कुर्जी तक के पार्किंग प्लेस पर अवैध वेंडर्स का राज रहता है। गाडि़यां यहां भी सड़क पर ही पार्क होती हैं। फिलहाल निगम के पास तीन पार्किंग प्लेस है। ये तीनों अशोक राजपथ एरिया में ही हैं, लेकिन गाडि़यों का इतना रश रहता है कि चाह कर भी यहां गाडि़यां सड़क के किनारे से नहीं निकल सकती हैं, क्योंकि वहां दूसरी गाडि़यां पार्क की हुई होती हैं।

जीपीओ गोलंबर से डाकबंगला तक नो पार्किंग

डॉ। अजय कुमार ने बताया कि जीपीओ गोलंबर से लेकर डाकबंगला तक दोनों तरफ आपको पार्किंग के लिए स्पेस नहीं है। वहीं बुद्धा स्मृति पार्क के पास नो पार्किंग जोन बना है। इस वजह से पार्किंग संभव नहीं है, जबकि यहां पर दोनों तरफ मार्केट, जंक्शन, मॉल, होटल तमाम चीजें हैं।

बोरिंग रोड चौराहा से कुर्जी तक फजीहत

प्रदीप सिंह ने बताया कि बोरिंग रोड चौराह से कुर्जी तक चले जाइए, आपको कहीं भी गाड़ी को पार्क करने की जगह नहीं मिलेगी। लोग जहां-तहां गाड़ी लगाकर आगे निकल जाते हैं और दूसरे घंटों जाम में फंसे रहते हैं। इस एरिया में स्कूल, मार्केटिंग शॉप सहित सैकड़ों शॉप्स हैं।

शुरू नहीं हो सका मल्टी स्टोरे पार्किंग

पटना जंक्शन के पास हजारों गाडि़यों के लिए बनी मल्टी स्टोरे पार्किंग अभी तक स्टार्ट नहीं हुई है। इस कारण यहां का ट्रैफिक आउट ऑफ कंट्रोल हो रहा है। वहीं, जंक्शन पर बेरिकेडिंग के बाद भी लंबा जाम लगा रहता है। इतना होने के बाद भी पार्किग प्लेस अब तक स्टार्ट नहीं हुआ है। सोर्सेज की मानें तो गाडि़यां पार्किंग तक जिस रोड से होकर जाएंगी वो अभी तक स्टार्ट भी नहीं हुआ है। मल्टी स्टोरे पार्किंग के स्टार्ट होते ही डाकबंगला से लेकर पटना जंक्शन तक की ट्रैफिक प्रॉब्लम सॉल्व हो सकती है। यह पार्किंग ख्ब् घंटे खुली रहेगी।

मल्टी स्टोरे पार्किंग की खासियत

- डेढ़ साल से बनकर तैयार है मल्टी स्टोरे पार्किंग

- आने-जाने के लिए अलग-अलग होंगे रास्ते

- ख्ब् घंटे पार्किंग की मिलेगी फैसिलिटी

- किसी भी गाड़ी को कर सकते हैं पार्क

- गड़बड़ी होने पर बजने लगेगा अलार्म

- कैमरे से हर गाड़ी और आने जाने वालों की होगी मॉनिटरिंग

- बड़ी और छोटी गाडि़यों की पार्किंग का अलग-अलग चार्ज