- पिता नवीन सिंह ने दी मुखाग्नि

-भारत माता की जय और वीर सुशील अमर रहे से गूंजा आसमान

SITAMADHI/PATNA: जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में शहीद सुशील कुमार सिंह को पैतृक गांव प्रखंड के डुमरी कला में शनिवार को नम आंखों से अंतिम विदाई दी गई। राजकीय सम्मानपूर्वक शहीद का अंतिम संस्कार किया गया। पिता नवीन सिंह ने वीर सपूत को मुखाग्नि दी।

शनिवार की सुबह सेना के जवान फूलमाला से लिपटे पार्थिव शरीर लेकर गांव पहुंचे तो अंतिम दर्शन के लिए भीड़ उमड़ पड़ी। बच्चे-बूढ़े, नौजवान और महिलाएं शहीद की अंतिम झलक पाने को बेताब थे। सभी वीर सपूत की बहादुरी की चर्चा कर रहे थे। सुरक्षा बलों को भीड़ को काबू पाने में मशक्कत करनी पड़ी। अमर शहीद की शव यात्रा में बाइक, कार के साथ जनप्रतिनिधियों के साथ आम लोग शामिल रहे। इस दौरान भारत माता की जयकारों से आसमान गूंजता रहा। सुशील की शहादत का गम और पाकिस्तान से प्रतिशोध की भावना साफ दिख रही थी। न जमीन चाहिए न आसमान, सुशील के बदले पाकिस्तान चाहिए तथा वीर सुशील अमर रहे के नारे गूंज रहे थे।

तीन साल पहले बने थे आर्मी

बता दें कि डुमरी कला गांव के वार्ड तीन निवासी सुशील ने 2016 में जालंधर में आर्मी की नौकरी ज्वाइन की थी। इसी महीने के पहले हफ्ते में सुशील जालंधर से स्थानांतरित होकर श्रीनगर आए थे। 6 फरवरी को वे गांव से ड्यूटी ज्वाइन करने रवाना हुए थे। 20 मई, 2019 को उनकी शादी हुई थी।