-विपक्ष की गैरमौजूदगी में पहले ध्वनिमत फिर मत विभाजन के जरिए चुने गए हजारी

PATNA: जदयू के वरिष्ठ नेता एवं विधायक महेश्वर हजारी को बिहार विधानसभा का उपाध्यक्ष चुन लिया गया। विपक्ष की गैर मौजूदगी (वाकआउट) में बुधवार को विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा ने पहले ध्वनिमत से और फिर मत विभाजन के जरिए उपाध्यक्ष का चुनाव कराया। 243 सदस्यीय विधानसभा में सत्तापक्ष के प्रत्याशी महेश्वर हजारी को 124 मत मिले, जबकि विपक्ष के प्रत्याशी भूदेव चौधरी को एक भी मत नहीं मिला।

संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी ने कहा कि सदन में विपक्ष के नहीं रहने का यह मतलब नहीं कि उपाध्यक्ष अल्पमत से चुने गए। जीत के लिए 122 मत चाहिए थे। किंतु मिले उससे ज्यादा। ऐसी स्थिति में यह गलत संदेश नहीं जाए कि हमने विपक्ष की गैरहाजिरी में उपाध्यक्ष का चुनाव करा लिया।

चौथी बार बने हैं विधायक

जदयू के महेश्वर हजारी और राजद के भूदेव चौधरी ने मंगलवार को ही उपाध्यक्ष पद के लिए नामांकन किया था। 9 अक्टूबर 1962 को जन्मे महेश्वर हजारी जदयू के वरिष्ठ नेता हैं और समस्तीपुर जिले के कल्याणपुर से चौथी बार विधायक चुने गए हैं। बिहार की राजग सरकार में मंत्री और एक बार लोकसभा सदस्य भी रह चुके हैं। उनकी शिक्षा स्नातक तक हुई है। हजारी के तीन पुत्र एवं एक पुत्री हैं।

आसन के प्रति जताया आभार

उपाध्यक्ष चुने जाने पर महेश्वर ने सदन में आसन और सभी सदस्यों के प्रति आभार जताया। उन्होंने सदन में सीएम नीतीश कुमार, उप मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद व रेणु देवी समेत तमाम सदस्यों के प्रति कृतज्ञता प्रकट की। इससे पहले उप मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद एवं रेणु देवी के अलावा पूर्व मुख्यमंत्री व ¨हदुस्तानी अवाम मोर्चा के विधायक जीतन राम मांझी, वीआइपी के एमएलसी व मंत्री मुकेश सहनी, लोजपा विधायक राजकुमार सिंह, निर्दलीय विधायक व मंत्री सुमित सिंह ने उपाध्यक्ष का चुनाव के लिए आसन के प्रति आभार जताया।