-बक्सर के चौसा पैक्स अध्यक्ष का पुत्र मनीष ठहरा था दोस्त के फ्लैट में

BUXAR/PATNA:बक्सर के चौसा प्रखंड के पैक्स अध्यक्ष मनोज सिंह कुशवाहा के बेटे मनीष रंजन (18) का पाटलिपुत्र इंडस्ट्रीयल एरिया से गुरुवार की शाम अपहरण कर लिया गया। लाल रंग की कार से आए चार बदमाशों के खिलाफ मनोज ने पाटलिपुत्र थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई है। इधर, पुलिस ने रात आठ बजे से लेकर शुक्रवार की सुबह पांच बजे तक विभिन्न ठिकानों पर छापेमारी की, लेकिन मनीष का कुछ पता नहीं चला। जानकारी के अनुसार, चौसा पैक्स अध्यक्ष मनोज सिंह का बेटा मनीष रंजन जेईई मेंस की परीक्षा देने गुरुवार को बक्सर से पटना आया था।

रुका था दोस्त के यहां

वह इंद्रपुरी रोड नंबर दो स्थित बचपन के दोस्त राघवेंद्र के फ्लैट पर रुका और दोपहर ढाई बजे परीक्षा देने के लिए पाटलिपुत्र इंडस्ट्रीयल एरिया गेट नंबर दो के पास ऑनलाइन सेंटर में आया था। बताया जाता है कि शाम साढ़े पांच बजे परीक्षा समाप्त होने के बाद वह एशियन हॉस्पिटल के पास एक ढाबे में खाना खा रहा था। तभी लाल रंग की कार से आए चार लड़कों ने थप्पड़ लगाते हुए उसे गाड़ी में बिठा लिया और साथ लेकर चले गए।

मिला मनीष का मोबाइल

राघवेंद्र के साथ भी मारपीट की गई। उसने घटना के बाद मनीष के एक रिश्तेदार को कॉल कर घटना की जानकारी दी। इसके बाद उसके पिता और रिश्तेदार कार से पटना पहुंचे और पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने पाटलिपुत्र इंडस्ट्रीयल एरिया के कुछ प्रतिष्ठिानों में लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज देखे, जिसमें लाल रंग की कार नजर आ रही है। राघवेंद्र के पास से मनीष का मोबाइल बरामद हुआ है। उसे हिरासत में पूछताछ की जा रही है।

परीक्षा बाद पिता से की थी बात

मनीष रंजन ने गुरुवार की शाम जेईई मेंस की परीक्षा देने के बाद पिता मनोज सिंह कुशवाहा से बात की थी। 5.45 बजे मनीष ने कहा था कि परीक्षा हो गई है। ट्रेन से लौटने वाला है। ठीक दो मिनट बाद उसने दोबारा कॉल कर कहा कि आज (गुरुवार को) नहीं आऊंगा। यहीं इंद्रपुरी रोड नंबर दो स्थित मकान नंबर 45 में दोस्त राघवेंद्र के घर रुक जाऊंगा। इसके बाद शाम 7.15 बजे राघवेंद्र ने मनोज के पड़ोसी रवि को कॉल कर अपहरण की जानकारी दी। रवि से सूचना मिलने के बाद परिजन कार से पटना के लिए रवाना हुए। हालांकि, वे राघवेंद्र को नहीं जानते थे।

रात 11:05 बजे भी हुई बात

गुरुवार की रात 11:05 बजे मनीष ने अज्ञात नंबर से पिता से आखिरी बार बात की। उसने कहा कि ट्रेन से आरा आ रहा है। तब मनोज ने कहा कि बेटा तुम कहां हो, तुम्हें खोजने के लिए पटना आ रहे हैं। इतने में कॉल कट गई। मोबाइल नंबर पुलिस को दिया। पुलिस ने जब कॉल किया तो पता चला कि ट्रेन में चाय बेचने वाले का नंबर है।

मिले तीन मोबाइल

राघवेंद्र के पास से पुलिस ने तीन मोबाइल बरामद किए, जिसमें से एक मनीष का है। उसने पुलिस को बताया कि परीक्षा से निकलने के बाद मनीष ने पिता से बात कर मोबाइल जेब में रख लिया था। इसके बाद ढाबे पर खाना खाने गए। उस वक्त वाराणसी से मनीष के एक दोस्त ने बात की थी। तब मनीष ने कहा कि तुम बात कर लो और तभी से मोबाइल जेब में थी। इसके अलावा एक मोबाइल उसका है। वहीं, एक और मोबाइल मिला। उसमें सिम नहीं था।

अपहरण का मामला दर्ज कर छानबीन की जा रही है। उम्मीद है कि मनीष को सकुशल रिहा कराने के साथ आरोपितों को जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

-उपेंद्र कुमार शर्मा, एसएसपी, पटना