-डैम संचालन खर्च में बढ़ सकता है बिहार का हिस्सा

-निर्माण लागत में 400 करोड़ रुपए दे चुका है बिहार

PATNA: वाणसागर डैम के संचालन खर्च में बिहार को अधिक राशि देनी पड़ सकती है। खर्च नए सिरे से निर्धारित करने के लिए वाणसागर डैम के एग्जीक्यूटिव बोर्ड की बैठक 9 जनवरी को दिल्ली में बुलाई गई है। मध्यप्रदेश स्थित वाणसागर डैम के पानी का इस्तेमाल मध्य प्रदेश, यूपी और बिहार द्वारा किया जाता है। इसका संचालन खर्च चार हिस्से में बंटा है। दो हिस्सा मप्र देता है और एक-एक हिस्सा बिहार और यूपी। जल संसाधन विभाग के अधिकारी ने बताया कि बिहार वाणसागर से जितना पानी लेता है उस हिसाब से पैसे का भुगतान करता है।

सोन नहर के लिए लिया जाता है पानी

सोन नहर के लिए वाणसागर से पानी लिया जाता है। संचालन खर्च में बढ़ोतरी जिस अनुपात में होगी उसी अनुपात के तहत बिहार का खर्च बढ़ेगा। जल संसाधन विभाग का कहना है कि वाणसागर डैम के निर्माण में भी बिहार ने राशि दी है। इसके तहत बिहार सरकार अब तक चार सौ करोड़ रुपए का भुगतान कर चुकी है। यह शेय¨रग कॉस्ट के तहत है। वाणसागर डैम ख्00म् से चालू है। इस डैम से बिहार को एक वर्ष में दस लाख एमएएफ पानी मिलता है।