shambhukant.sinha@inext.co.in

PATNA : बिहार राज्य पॉवर होल्डिंग कंपनी (बीएसपीएचसीएल) में जेई (इलेक्ट्रिकल) के ब्भ्0 पदों पर नियुक्तिमें धांधली का आरोप लगते ही यह मामला तूल पकड़ने लगा है। ख्0 नवंबर, ख्0क्म् को पटना के कुछ प्राइवेट कॉलेजों में इसकी परीक्षा हुई थी और ख्ख् दिसंबर, ख्0क्म् की मध्य रात्रि को रिजल्ट प्रकाशित किया गया। परीक्षा में करीब ख्ख्,क्फ्फ् अभ्यर्थी शामिल हुए। जिसमें लगभग आठ हजार डिप्लोमा होल्डर और अन्य बीटेक के अभ्यर्थी शामिल थे।

कैसे किया गया खेल

विज्ञापन संख्या 0ब् / ख्0क्म्, विज्ञापन तिथि क्भ् सितंबर से क् अक्टूबर ख्0क्म् के आधार पर परीक्षा हुई। रिजल्ट में आवेदकों के सीरियल नंबर में ही रजिस्ट्रेशन जारी की गई और रोल नंबर भी एक साथ दिया गया। बात सिर्फ यहां तक नहीं है। एग्जाम सेंटर पर कोई निगरानी नहीं की गई और योजनाबद्ध तरीके से आवेदन ऑनलाइन करने के क्रम में ही स्कॉलर के साथ फ्-फ्, ख्-ख् के पेयर में आवेदन फॉर्म भरा गया। बीएसपीएचसीएल द्वारा उसी आवेदन श्रेणी क्रम के साथ आवेदकों को परीक्षा के लिए रोल नंबर जारी की गई। बिहार पॉलिटेक्निक छात्र संघ के अध्यक्ष अनुभव राज ने आरोप लगाया कि पटना के विभिन्न एग्जाम सेंटर्स पर स्कॉलर सफल रहे और रिजल्ट को प्रभावित किया।

कट ऑफ पर भी संदेह

बीएसपीएचसीएल की परीक्षा के प्रश्नों का स्तर इंडियन इंजीनियरिंग सर्विस के स्टैंडर्ड जैसा था। बावजूद कट ऑफ अपेक्षाकृत हाई रहा। जबकि बीते वर्ष का कट ऑफ सामान्य श्रेणी में भ्8.ख्0 था जो इस बार 7म् रहा, एससी कोटे का कट ऑफ ब्8.7ख् था इस बार म्म्, अनुसूचित जनजाति का भ्0.8ख् जबकि इस बार म्8 रहा। वर्ष ख्0क्ब् का अधिकतम मा‌र्क्स 7फ् था जबकि इस बार 8फ् रहा। इस बार परीक्षा में एक-एक मा‌र्क्स के क्00 प्रश्न पूछे गए थे, दो प्रश्न गलत होने पर 98 पर मेरिट लिस्ट बनी।

ओएमआर सीट से छेड़छाड़

बिहार पॉलिटेक्निक छात्र संघ के बैनर तले हजारों छात्र फ् जनवरी, ख्0क्7 से आंदोलनरत हैं। धरना- प्रदर्शन, मांग पत्र सौंपने, अ‌र्द्धनग्न प्रदर्शन से लेकर अनशन तक गर्दनीबाग में जारी है.सरकारी स्वामित्व वाली बीएसपीएचसीएल कंपनी में जेई (इलेक्ट्रिकल) के लिए ब्भ्0 पदों पर बहाली निकाली गई।

फॉरेंसिक जांच की मांग

ख्0 नवंबर, ख्0क्म् को पटना के प्राइवेट कॉलेजों में सेंटर बनाया गया। बहार पॉलिटेक्निक छात्र संघ के कार्यकारी अध्यक्ष पंकज कुमार ने आरोप लगाया है कि ओएमआर सीट में भी छेड़छाड़ की गई है। कुछ अभ्यर्थी ऐसे भी थे जो पहले से कम गोले रंग कर बैठे थे। परीक्षा के बाद अपने आकाओं की मदद से बाद में ओएमआर सीट भरवाया। उन्होंने इसकी फॉरेंसिक जांच की मांग की है।

ख्0 टॉपरों का लें इंटरव्यू

मेरिट लिस्ट को लेकर सैकड़ों डिप्लोंमा होल्डर अभ्यर्थी सवाल उठा रहे हैं कि आखिर पेयरिंग में बैठे अभ्यर्थियों का मा‌र्क्स एक जैसा कैसे है? साथ ही कुछ स्कॉलर्स का मा‌र्क्स दो से ख्0 तक ही क्यों है? बिहार पॉलिटेक्निक छात्र संघ के अध्यक्ष अनुभव राज कहते हैं कि इस मेरिट लिस्ट को नहीं माना जा सकता है। मेरिट लिस्ट के टॉप ख्0 अभ्यर्थियों का इंटरव्यू करा लिया जाए, सच सामने आ जाएगा।

डिप्लोमा छात्र स्वतंत्र हैं, अपनी बात रखने के लिए। वे कोर्ट भी जा सकते हैं। इस मामले पर मुझे कुछ नहीं कहना है।

-प्रत्यय अमृत, चेयरमैन कम एमडी बीएसपीएचसीएल

बिहार पॉलिटेक्निक छात्र संघ इस मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग करता है। डिप्लोमा छात्र धांधली नहीं सहेंगे।

- अनुभव राज, अध्यक्ष, पॉलिटेक्निक छात्र संघ

जेई नियुक्ति में धांधली की गई है। सरकार को स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए।

- लवकुश कुमार, डिप्लोमा होल्डर छात्र

हमारी मांग है कि इस परीक्षा को रद्द कर फिर से फ्रेश एग्जाम कराया जाना चाहिए।

- मो। गुल मोहम्मद अंसारी, डिप्लोमा होल्डर छात्र