-केंद्रीय गृह राज्यमंत्री किरेन रीजीजू ने पूर्वोत्तर के क्षेत्रीय राजभाषा पुरस्कारों का किया वितरण

-राजभाषा के सचिव प्रभाष झा व मंत्रिमंडल विभाग के प्रधान सचिव ब्रजेश मेहरोत्रा थे मौजूद

क्कन्ञ्जहृन्: मैं अरुणाचल प्रदेश का रहने वाला हूं और बौद्धधर्म का अनुयायी हूं। पटना की जमीन पर गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं। यह धरती भगवान बुद्ध को ज्ञान देने वाली धरती है। यह बातें केंद्रीय गृह राज्यमंत्री किरेन रीजीजू ने कही। वे शनिवार को राजधानी के ज्ञान भवन में पूर्व एवं पूर्वोत्तर क्षेत्रों के क्षेत्रीय राजभाषा सम्मेलन और पुरस्कार वितरण समारोह में बोल रहे थे। उन्होंने ¨हदी को शिखर पर पहुंचाने के लिए बिहार सरकार के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि ¨हदी अनुवाद की भाषा नहीं है। हमें अपना मूल कामकाज ¨हदी में करना होगा। केंद्रीय गृह राज्यमंत्री किरेन रीजीजू ने कहा कि जिस देश की भाषा आजाद है वह देश कभी गुलाम नहीं हो सकता। ¨हदी ने देश की सभी क्षेत्रीय भाषाओं को एक प्लेटफार्म प्रदान किया है।

योगदान वालों को सम्मान

पूर्वी और पूर्वोत्तर भारत में केंद्र सरकार के विभिन्न उपक्रमों को ¨हदी भाषा के विकास में महत्वपूर्ण योगदान देने के लिए पुरस्कृत किया गया। पुरस्कृत होने वालों में भारतीय रिजर्व बैंक, पटना के क्षेत्रीय निदेशक एनपी टोप्नो, बीसीसीएल के अध्यक्ष सह मुख्य प्रबंध निदेशक अजय कुमार सिंह, सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया, पटना, डीवीसी, बोकारो, ¨हदुस्तान पेट्रोलियम, पटना, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, बैंक ऑफ बड़ौदा, पटना शामिल हैं।

¨हदी बाजार की सशक्त भाषा

केंद्रीय गृह विभाग के राजभाषा विभाग के सचिव प्रभाष कुमार झा, संयुक्त सचिव बिपिन बिहारी, बिहार सरकार के मंत्रिमंडल समन्वय विभाग के प्रधान सचिव ब्रजेश मेहरोत्रा, भारतीय रिजर्व बैंक के क्षेत्रीय निदेशक एनपी टोप्नो, गुवाहाटी रिफाइनरी के प्रबंध निदेशक अंजना बरुआ, पावर ग्रिड के निदेशक एसएन सहाय समेत केंद्र सरकार के कई उपक्रमों व राष्ट्रीयकृत बैंकों के सीनियर अफसर

उपस्थित थे। केंद्रीय राजभाषा विभाग के

सचिव प्रभाष कुमार झा ने कहा कि ¨हदी

अब दुनिया के बाजार की सशक्त भाषा बन चुकी है। मंत्रिमंडल समन्वय विभाग के

प्रधान सचिव ब्रजेश मेहरोत्रा ने कहा कि

बिहार सरकार के सभी कामकाज अब ¨हदी में ही होते हैं।