नेपाल ले जाई जा रही थीं बिहार की 19 नाबालिग लड़कियां
बुधवार देर रात यूपी के सिद्धार्थनगर जिले के ककरहवा बॉर्डर से पकड़ी गई लड़कियों को लेकर पुलिस प्रशासन अलर्ट है। एसएसबी के जवानों ने संदेह के आधार पर उन्हें पकड़ा। उसके बाद अधिकारियों को सूचना देकर पूछताछ शुरू कर दी। फिलहाल लड़कियां जिला मुख्यालय स्थित बाल गृह में अपने कथित परिजनों के साथ हैं.
क्या बताया पूछताछ में
लड़कियों ने बताया है कि नेपाल के रूपनदेही जिले के पंडितपुर मसिना में लुम्बिनी संस्कृत नगर पालिका स्थित मदरसा कुल्लेया बनात में उर्दू की शिक्षा के लिए जा रही थीं.
300 किमी दूरी कर रही सवाल
बेतिया से लगभग 300 किमी दूर यूपी के नेपाल सीमा पर पकड़ी गई लड़कियों को लेकर कई सवाल खड़े किए जा रहे हैं। उनके साथ पकड़े गए लोग उनका अभिभावक जरूर बता रहे हैं लेकिन पुलिस हर दृष्टिकोण से जांच पड़ताल करने में लगी है। एसएसबी भी इसे संदिग्ध मान रही है। चाइल्ड वेलफेयर कमेटी, मिसिंग चाइल्ड अलर्ट, चाइल्ड लाइन के काउंसलर उनसे पूछताछ कर रहे हैं। वहीं बिहार के पुलिस अधिकारी इस मामले में अनभिज्ञता जता रहे हैं। जबकि यूपी के सिद्धार्थनगर के एसपी अजय कुमार साहनी का कहना है कि मामले की तह तक पहुंचने का प्रयास किया जा रहा है.
मामला काफी गंभीर है। इसकी संवेदनशीलता को देखते हुए बारीकी से जांच की जा रही है। इसमें एसएसबी के साथ अन्य संस्थाएं लगी हुई हैं। जांच रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है.
-ओपी साहू, सहायक प्रचार अधिकारी, एसएसबी गोरखपुर प्रक्षेत्र
बुधवार देर रात यूपी के सिद्धार्थनगर जिले के ककरहवा बॉर्डर से पकड़ी गई लड़कियों को लेकर पुलिस प्रशासन अलर्ट है। एसएसबी के जवानों ने संदेह के आधार पर उन्हें पकड़ा। उसके बाद अधिकारियों को सूचना देकर पूछताछ शुरू कर दी। फिलहाल लड़कियां जिला मुख्यालय स्थित बाल गृह में अपने कथित परिजनों के साथ हैं.
क्या बताया पूछताछ में
लड़कियों ने बताया है कि नेपाल के रूपनदेही जिले के पंडितपुर मसिना में लुम्बिनी संस्कृत नगर पालिका स्थित मदरसा कुल्लेया बनात में उर्दू की शिक्षा के लिए जा रही थीं.
300 किमी दूरी कर रही सवाल
बेतिया से लगभग 300 किमी दूर यूपी के नेपाल सीमा पर पकड़ी गई लड़कियों को लेकर कई सवाल खड़े किए जा रहे हैं। उनके साथ पकड़े गए लोग उनका अभिभावक जरूर बता रहे हैं लेकिन पुलिस हर दृष्टिकोण से जांच पड़ताल करने में लगी है। एसएसबी भी इसे संदिग्ध मान रही है। चाइल्ड वेलफेयर कमेटी, मिसिंग चाइल्ड अलर्ट, चाइल्ड लाइन के काउंसलर उनसे पूछताछ कर रहे हैं। वहीं बिहार के पुलिस अधिकारी इस मामले में अनभिज्ञता जता रहे हैं। जबकि यूपी के सिद्धार्थनगर के एसपी अजय कुमार साहनी का कहना है कि मामले की तह तक पहुंचने का प्रयास किया जा रहा है।
मामला काफी गंभीर है। इसकी संवेदनशीलता को देखते हुए बारीकी से जांच की जा रही है। इसमें एसएसबी के साथ अन्य संस्थाएं लगी हुई हैं। जांच रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है।
-ओपी साहू, सहायक प्रचार अधिकारी, एसएसबी गोरखपुर प्रक्षेत्र
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