PATNA: इंटर रिजल्ट की गड़बड़ी के खिलाफ हो रहे वाम छात्र संगठनों के प्रदर्शन के दौरान प्रदर्शनकारी लड़कियों के साथ दु‌र्व्यवहार की घटना पूरे प्रदेश के लिए शर्म की बात है। जबकि पुलिस जानती है कि महिला जवान ही महिला को गिरफ्तार कर सकती है। पुरूष जवानों को उन्हें छूने तक का अधिकार नहीं है। ये बातें इंटर कांउसिल के सामने वाम छात्र संगठनों के आंदोलन के दौरान बिहार महिला समाज की नेत्री प्रो। सुशीला सहाय ने कही। उन्होंने इस मामले पर सभी को एकजुट होकर विरोध करने का आह्वान किया।

महिला जवान की तैनाती क्यों नहीं?

मामला इंटर की रिजल्ट गड़बड़ी का है। लेकिन हालिया घटनाक्रम में यह महिला हिंसा पर आकर केंद्रित हो गया है। छात्र संगठन आइसा के स्टेट प्रेसिडेंट मोख्तार ने सवाल उठाया कि जब प्रदर्शन के दौरान महिलाएं होती हैं तो पुलिस की ओर से महिलाकर्मियों की तैनाती क्यों नहीं की जाती है। उधर, एआइएसएफ की छात्रा समन्वयक लक्ष्मी मिश्रा ने पुष्टि की कि वे सभी इस मामले को लेकर मानवाधिकार आयोग जाएंगी। उन्होंने इस घटना की कड़ी निंदा की। इंटर कांउसिल के सामने पुलिस द्वारा लाठीचार्ज के खिलाफ सीएम नीतीश कुमार का पुतला दहन किया गया। चौथे दिन भी भूख हड़ताल जारी रही। कार्यक्रम में आलोक, अभिषेक निकोलाई, रामजी यादव, बाबू साहब, पुष्पेंद्र शुक्ला सुरेश कुमार समेत दर्जनों छात्र मौजूद थे।