-पटना मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल से लेकर इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान के लिए बड़ा प्लान

-केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा के साथ केंद्रीय राज्य मंत्री अश्विनी चौबे ने कहा, बीमारी अब नहीं पड़ेगी भारी

PATNA: पटनाइट्स की सेहत को लेकर शनिवार का दिन काफी खास रहा। पटना मेडिकल कॉलेज के साथ आईजीआईएमएस को बड़ी सौगात मिली। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा, केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्यमंत्री अश्विनी चौबे, प्रदेश के सीएम नीतीश कुमार, डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी, प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय और राज्यसभा सांसद आरके सिन्हा की उपस्थिति में करोड़ों की योजनाओं का शिलान्यास किया है। कालाजार और टीबी उन्मूलन के साथ अन्य कई योजनाओं की नींव रखी गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने कहा है कि अब बिहार में कोई बीमारी सेहत पर भारी नहीं पड़ेगी।

सेहत को लेकर बड़ा प्लान

केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्यमंत्री अश्विनी चौबे ने कहा कि सरकार बिहार के लोगों की सेहत को लेकर हमेशा चिंतित रहती है। सरकार का प्लान है कि हर व्यक्तिबीमारी को चुनौती देने वाला हो और कोई भी ऐसा इंसान न हो जिसका पैसे के अभाव में इलाज बाधित हो। पीएमसीएच हो या अन्य सरकारी स्वास्थ्य संस्थान हर जगह बेहतर इलाज मिल रहा है।

स्वास्थ्य के लिए बीमारी से जारी है बड़ी लड़ाई

डिप्टी सीएम सुशील मोदी के साथ स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि कालाजार से प्रभावित प्रखंडों की संख्या 67 से घट कर मात्र 30 रह गई है। कालाजार से पीडि़तों को इलाज के लिए सरकार 6,600 रुपए दे रही है। टीबी मरीजों की पहचान कर इलाज करने वाले निजी चिकित्सकों को 1 हजार रुपए के साथ मरीजों को मुफ्त दवा और पोषण के लिए 500 रुपए दिए जा रहे हैं। दो साल की उम्र पर लड़कियों को सभी प्रकार के टीके दिलाने पर उसके खाते में सरकार 2 हजार रुपए दे रही है। संस्थागत प्रसव को बढ़ावा देने के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं को प्रति प्रसव 1400 और शहरी क्षेत्रों में 1000 रुपए दिए जा रहे हैं। विगत साल अस्पतालों में 16 लाख प्रसव कराए गए हैं।

महामारी को देंगे मात

डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी ने कहा कि सेहत को लेकर सरकार गंभीर है और लोगों की सुविधा को लेकर हर स्तर से प्रयास किया जा रहा है। अस्पतालों में सुरक्षा को लेकर जो प्लान बनाया गया उससे लोगों को बड़ा फायदा होगा। सेहत को लेकर सरकार ने कई योजना बनाई है और महामारी से निपटने को लेकर प्रयास तेज कर दिया गया है।

बिहार के सभी मेडिकल कॉलेजों में खुलेंगे नर्सिग कॉलेज

बिहार सरकार ने निर्णय लिया है कि राज्य के सभी मेडिकल कॉलेजों में नर्सिंग कॉलेज की स्थापना की जाएगी इसके साथ ही बिहार के प्रत्येक जिले में पैरा मेडिकल, जीएनएम और एएनएम कॉलेज खोलने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। 6 करोड़ 30 लाख की लागत से 51 एएनएम स्कूल, 13 करोड़ 35 लाख की लागत से 38 जीएनएम स्कूल और 10 करोड़ की लागत से 21 परा मैडिकल कॉलेज खोले जा रहे हैं।

इस पर एक नजर

-2008 में जहां कालाजार से 142 लोगों की मौत हुई है।

-2018 में कालाजार से एक भी मौत नहीं हुई है।

-2019 में कालाजार का पूरी तरह से उन्मूलन कर दिया जाएगा।

-2025 तक टीबी के उन्मूलन का लक्ष्य रखा गया है।

-3 हजार करोड़ की वृद्धि स्वास्थ्य विभाग के बजट में की गई है।

-9 हजार 622 करोड़ इस वर्ष के बजट का प्रावधान किया गया है।