- प्रखंड उप प्रमुख के चाचा की गोली मारकर हुई थी हत्या

- एमएलसी समेत आठ नामजद, एमपी-एमएलसी में आरोप-प्रत्यारोप

PATNA/BEGUSARAI: बखरी प्रखंड उप प्रमुख के चाचा और परिहारा पंचायत की मुखिया के देवर समीर कुमार देव हत्याकांड में राजनीतिक मोड़ आ गया है। मृतक के बड़े भाई पूर्व एपीपी सह बीजेपी नेता अनिल कुमार देव ने अपनी ही पार्टी के राष्ट्रीय मंत्री सह एमएलसी रजनीश कुमार समेत आठ लोगों को नामजद किया है। पुलिस को अनिल देव ने बताया कि छोटा भाई संडे को बखरी-खगडि़या पथ स्थित सांखू स्थित डेरा जा रहा था। घात लगाए पंचायत के पूर्व मुखिया पति मनोज तांती, सौरभ कुमार सिंह, मुरलीधर चौधरी, गुड्डन झा, जटाशंकर यादव उर्फ जटवा, फूल चौधरी, केशव मिश्रा समेत तीन-चार अज्ञात अपराधियों ने उसकी हत्या के उद्देश्य से पिस्टल से फाय¨रग करने लगे। जिसमें भाई की मौत हो गई है। आवेदक ने कहा कि पुत्र के साथ ख्फ् अप्रैल को जब एमएलसी के बेगूसराय स्थित आवास पर गए थे तो सभी आरोपी वहां पहले से बैठे थे। सभी ने षड्यंत्र के तहत योजना बनाकर समीर की हत्या की है। जिसमें एमएलसी की संलिप्तता का आरोप लगाया है।

करेंगे सीबीआइ जांच की सिफारिश

अगर पुलिस एक सप्ताह में हत्याकांड के नामजद अभियुक्तों को गिरफ्तार कर घटना का उदभेदन नहीं करती है तो प्रधानमंत्री से मिल सीबीआइ जांच की सिफारिश करेंगे। यह बातें एमपी डॉ। भोला सिंह ने सोमवार को उप प्रमुख के आवास पर कहीं। वे समीर देव की हत्या को लेकर परिजनों को सांत्वना देने परिहारा पहुंचे थे। सांसद प्रतिनिधि रामशंकर पासवान, इशरत खातून, सुधीर सहनी आदि मौजूद थे।

फोटो : ख्ख्

राजनीतिक साजिश के तहत फंसाया गया है। एमपी डॉ। भोला सिंह ने राजनीतिक छवि खराब करने के लिए जबरन मेरा नाम दर्ज कराया है। एमपी ने मीडिया से कहा कि मुझ पर दर्जनों मामले दर्ज हैं। पूछना चाहता हूं कि मुझ पर किस-किस थाने में केस दर्ज है। यह ख्ब् घंटे में बताएं। एमपी जवाब नहीं देते हैं तो माफी मांगे। माफी नहीं मांगते हैं तो मानहानि का केस करेंगे।

-रजनीश कुमार, एमएलसी

एमएलसी रजनीश कुमार द्वारा लगाए गए सभी आरोप बेबुनियाद है। यदि आरोप सिद्ध होते हैं तो राजनीति छोड़ दूंगा। एफआइआर की कॉपी नहीं बदली गई है। चाहे तो जांच करवा लें। मैं 80 वर्ष का बूढ़ा किसी को फंसाने में नहीं बल्कि निर्दोष को बचाने की राजनीति करता हूं।

-डॉ भोला सिंह, एमपी, बेगूसराय