रामकृपाल यादव ने नीतीश सरकार और उनके अफसरों को घेरा

PATNA: एमपी फंड के जरिए काम करने के लिए जिन सांसदों ने योजनाओं का चयन नहीं किया, उनमें पाटलिपुत्रा के एमपी रामकृपाल यादव और पटना साहिब से एमपी शत्रुघ्न सिन्हा भी हैं। एमपी रामकृपाल यादव ने जिस सोनवई गांव को गोद लेने की बात कही उस गांव का हाल भी बेहाल है। आई नेक्स्ट ने सोनवई गांव का रिएलिटी चेक रविवार को किया था। सोमवार को आई नेक्स्ट में रिपोर्ट पब्लिश होने के बाद रामकृपाल यादव ने नीतीश सरकार और उनके अफसरों को घेरा। उन्होंने आई नेक्स्ट से फोन पर बातचीत में सारा ठीकरा सरकार पर फोड़ा।

मैं विपक्ष में हूं, इसलिए

प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम योजना के लिए जिला प्रशासन को काम करना है। भारत सरकार की विभिन्न योजना से आने वाले रुपए से जिला प्रशासन को काम कराना है। मैं विपक्ष में हूं इसलिए सरकार की मंशा ठीक नहीं है।

सांसद निवेदनकर्ता है

एमपी तो निवेदनकर्ता है। मैं तो मॉनिटरिंग कर सकता हूं। मीटिंग हुई थी इसे लेकर उसमें भी मैंने ये बात कही। अफसर इंट्रेस्ट ही नहीं ले रहे मेरी द्वारा गोद लिए गांव में। सरकार जानबूझ कर योजना का इंप्लीमेंट नहीं करा रही।

केन्द्र क्या करेगा मॉनिटरिंग

मैं बहुत पीड़ा के साथ कह रहा हूं ये सब। राज्य सरकार और पटना डिस्ट्रिक्ट एडमिनिस्ट्रेशन असहयोग कर रहा है। काम हीं नहीं होगा तो केन्द्र सरकार मॉनिटरिंग क्या करेगी।