-वाहन चे¨कग के दौरान थर्मस में शराब मिलने पर पुलिस ने तलाशी ली तो खुली पोल

BIHARSHARIFF/PATNA: उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा में दूसरे के बदले एग्जाम देकर लौट रहे छह युवकों को बिहार थाने की पुलिस ने बिहारशरीफ के एतवारी बाजार मोड़ से अरेस्ट किया है। पकड़े गए युवकों में एक मास्टर माइंड और एक ड्राइवर भी है। बुधवार को सदर डीएसपी इमरान परवेज ने बताया कि गिरोह का सरगना पटना जिला के बख्तियारपुर थाना के लखीपुर गांव का अजीत कुमार है। उसका मुख्य सहयोगी नालंदा जिले के कतरीसराय थाना क्षेत्र के बादी गांव का विकास गौतम है। दोनों पकड़े गए हैं। उनके साथ नालंदा जिले के एकंगरसराय थाना क्षेत्र के निश्चलगंज का गौरव कुमार, नवादा जिला के पकरीबरावां के मठगुलनी का विकास कुमार, शेखपुरा जिले के पांची गांव का सुभाष कुमार भी गिरफ्तार किया गया है। सभी एक ही स्कॉर्पियो से बिहारशरीफ आ रहे थे। वाहन किराए पर लिया गया था। उसे जहानाबाद के घोसी थाना के दैडीह गांव का चंदन कुमार चला रहा था। उसे भी पकड़ा गया है। उन्होंने बताया कि सभी स्कॉर्पियो से यूपी के गोरखपुर गए थे। वहां आठ को सॉल्वरों ने अलग-अलग सेंटरों पर पैसे लेकर दूसरे के बदले उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा दी। इसके बाद सभी बिहारशरीफ लौट रहे थे।

ऐसे हुआ भंडाफोड़

सदर डीएसपी ने बताया कि बुधवार को पुलिस एतवारी बाजार के पास वाहनों की जांच कर रही थी। पुलिस ने उनकी स्कॉर्पियो भी रोकी और पूछताछ की। एक सिपाही की नजर गाड़ी में रखे थर्मस पर पड़ी। संदेह होने पर उसे खोलकर देखा तो उसमें शराब मिली। इसके बाद पुलिस ने सभी वाहन सवारों की सघन तलाशी ली। इस दौरान 50 हजार रुपए नकद, नौ मोबाइल, उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा से संबंधित दस्तावेज, वास्तविक अभ्यर्थियों के मतदाता पहचान पत्र व अन्य फर्जी दस्तावेज मिले। पुलिस ने इनलोगों से कड़ाई से पूछताछ की तो पूरे खेल से पर्दा उठ गया। छापेमारी में बिहार थानाध्यक्ष दीपक कुमार, दारोगा श्रीमंत कुमार सुमन व रितुराज शामिल थे।

एक लाख में हुई थी डील, 15 हजार मिले थे एडवांस

डीएसपी इमरान परवेज ने बताया कि परीक्षा में बैठने के बदले प्रति परीक्षार्थी एक लाख रुपए में डील हुई थी। जिसमें सभी पांचों परीक्षार्थियों से 15-15 हजार रुपए एडवांस में मिले थे। ये सभी आपस में एक-दूसरे को स्कॉलर के नाम से पुकारते हैं। डील की रकम का आधा हिस्सा इन स्कॉलरों को दिया जाता है। शेष आधे में सरगना आने-जाने का खर्च, फर्जी दस्तावेज बनाने का खर्च वहन कर अपना हिस्सा रखता है। उन्होंने बताया कि वाहन चे¨कग के दौरान अगर बदमाशों के पास से थर्मस में शराब नहीं मिलती तो शायद इस खेल का खुलासा नहीं होता। शराब मिलने के बाद स्कॉर्पियो में बैठा एक युवक यूपी शिक्षक पात्रता परीक्षा के वास्तविक परीक्षार्थियों के लैमिनेटेड मतदाता पहचान पत्रों को फाड़ने की कोशिश करने लगा। उसकी इसी करतूत से पुलिस का संदेह गहरा गया।

जिनके बदले दी परीक्षा वे भी होंगे अरेस्ट

डीएसपी इमरान परवेज ने बताया कि गोरखपुर के जिन पांच लोगों के बदले ये सॉल्वर परीक्षा में बैठे थे उनकी गिरफ्तारी के लिए नालंदा पुलिस जल्द ही गोरखपुर रवाना होगी। डीएसपी ने बताया कि असली परीक्षार्थी पंकज मिश्रा, विजेंद्र शुक्ल, जैसराज यादव, दिवजेंद्र कुमार पांडेय व ओमप्रकाश हैं। उनके पहचान पत्र मिल गए हैं। वहां की पुलिस की मदद से वे सभी जल्द गिरफ्तार किए जाएंगे।

को¨चग के नाम से¨टग

पकड़े गए सॉल्वरों में दो नालंदा जिले के हैं। इनमें विकास गौतम बिहारशरीफ के धनेश्वरघाट मोहल्ला में प्रतियोगिता परीक्षाओं की को¨चग चलाता है। आशंका है कि उसकी को¨चग के छात्रों को भी इसी तरह परीक्षा पास करने का भरोसा दिया जाता होगा। पुलिस अन्य परीक्षाओं में भी इस गिरोह की संलिप्तता का पता लगा रही है।