- 19 करोड़ की लागत से 500 हेक्टेयर में बनी नेचर सफारी का सीएम ने किया लोकार्पण

- जू सफारी भी मई में आम लोगों के लिए खुल जाएगा, यहां आकर लोगों को होगा अलग ही अनुभव

- ग्लास स्काई ब्रिज की खूबसूरती तथा यहां से दिखने वाले विहंगम दृश्य की भी चर्चा की सीएम ने

BIHARSHARIFF :

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को राजगीर की पहाडि़यों के बीच 500 हेक्टेयर में बने नेचर सफारी का लोकार्पण किया। सीएम ने कहा कि 2009 में मैंने इसका सपना देखा था। आज पूरा होते देख अच्छा लग रहा। नई पीढ़ी के लिए यह बड़ी सौगात है। यहां जीवन के रोमांचकारी पल व्यतीत किए जा सकते हैं। यह देश की पहली नेचर सफारी है, जहां सस्पेंसन ब्रिज का निर्माण किया गया है। उन्होंने ग्लास स्काई ब्रिज की खूबसूरती तथा यहां से दिखने वाले विहंगम दृश्य की भी चर्चा की।

मई में पर्यटकों के लिए खोल दी जाएगी जू सफारी :

मुख्यमंत्री ने कहा कि इसी वर्ष मई में बगल में जू सफारी आकार ले लेगी। अभी कई काम चल रहे हैं। जंगली पशुओं को लाने की प्रक्रिया चल रही है। मई माह में इसे पर्यटकों के लिए खोल दिया जाएगा। इस मौके पर उन्होंने 2009 में नेचर सफारी को लेकर देखे गए सपने का भी जिक्र किया। कहा कि यह सफारी भारत में बने तमाम सफारियों से कई मामलों में बिल्कुल अलग है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आरंभ में ही उन्होंने सुरक्षा को लेकर ¨वग बनाने की बात कही थी। बिना सुरक्षा के जीवन का आनंद महत्वहीन हो जाता है। यहां बंद गाडि़यों में बैठकर प्रकृति का आनंद लिया जा सकता है। साइकिल से भी सफर की व्यवस्था की गई है। सफारी भ्रमण के क्रम में सीएम ने रोप साइक¨लग, जिप लाइ¨नग, रॉक क्लाइ¨म्बग, राइफल शू¨टग रेंज, आर्चरी शू¨टग रेंज का शुभारंभ किया। इस मौके पर उप मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद, ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार, पर्यटन मंत्री नारायण प्रसाद, वन व पर्यवरण मंत्री नीरज कुमार सिंह, विधायक डॉ सुनील कुमार, पर्यटन सचिव संतोष कुमार मल्ल मौजूद थे। नेचर सफारी और घोड़ा कटोरा पार्क के निर्माण में योगदान के लिए सीएम ने वन प्रमंडल अधिकारी डॉ। नेशामणि सहित पार्क के वनरक्षियों तथा वनपालों को सम्मानित किया। इस मौके पर पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के प्रधान सचिव दीपक कुमार सिंह ने मुख्यमंत्री को स्मृति चिह्न भेंट किया।

आठ किमी में फैले नेचर सफारी के आकर्षण

1. ग्लास स्काई वॉक : पहाड़ की चोटी पर हवा में लटके रहने वाला 40 मीटर लंबा स्काई वॉक सहज ही पर्यटकों को आकर्षित करेगा।

2. सस्पेंशन ब्रिज : ग्लास स्काई वॉक से थोड़ी दूरी पर दो पहाडि़यों के बीच सस्पेंशन ब्रिज बना है। इससे पर्यटक पहाड़ी के एक छोर से दूसरे छोर तक जाकर लौट सकेंगे।

3. जिप लाइन : आठ सौ मीटर लंबे जिप लाइन का निर्माण नेचर सफारी में कराया गया है। केबल तार पर लटक कर पहाड़ी के एक छोर से दूसरे छोर तथा वहां से तीसरे प्वाइंट पर लौट सकेंगे।

4. जिप लाइन साइकिल : इसमें केबल पर साइकिल चलाते हुए पर्यटक एक छोर से दूसरे छोर तक आ-जा सकेंगे।

5. नेचर कैंप एरिया : इसमें वाकिंग ट्रैक, बैबू हट व बच्चों के लिए खेलकूद की व्यवस्था की गई है। बच्चों को दीवार के सहारे पहाड़ पर चढ़ने को ले वॉल क्लाइंबिंग को विकसित किया गया है।

6 शूटिंग व आर्चरी रेंज : बच्चों के लिए तीरंदाजी व शूटिंग की व्यवस्था भी की गई है।

7. नेचर ट्रेल : जंगल में घूमने के लिए आठ किमी लंबा नेचर ट्रेल बनाया गया है। इसके तहत साइकिल ट्रैक बना है।

8. बटर फ्लाई व कैक्टस गार्डेन : नेचर सफारी के भीतर बटर फ्लाई तथा कैक्टस गार्डेन को विकसित किया गया है।

9. कैफेटेरिया : पर्यटकों के लिए नेचर सफारी के भीतर कैफेटेरिया भी बनाया गया है।