PATNA: बैठक के बाद लव अग्रवाल के नेतृत्व वाली टीम ने राजीवनगर में बने कंटेनमेंट जोन का मुआयना भी किया। पटना डीएम कुमार रवि भी मौजूद थे। टीम ने कंटेनमेंट जोन में प्रतिबंध के बाद भी लोगों की बगैर रोक-टोक आवाजाही पर सवाल उठाए। इसके बाद टीम गया रवाना हो गई। मंडे को राज्य के अधिकारियों और स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय के साथ बैठक होगी। मंडे शाम को ही टीम दिल्ली लौट जाएगी और केंद्र को रिपोर्ट सौंपेंगी।

राजीवनगर का किया मुआयना

आउट ऑफ कंट्रोल कोरोना संक्रमण के बीच बड़ी प्रशासनिक लापरवाही हो रही है। बिहार दौरे पर आई लव अग्रवाल की टीम ने संडे को पटना के कंटेनमेंट जोन का दौरा किया। सेंट्रल टीम राजीव नगर पहुंची। राजधानी पटना में बेकाबू कोरोना के बीच लापरवाही को देखकर सेंट्रल टीम दंग रह गई। कंटेनमेंट जोन में नियमों का पालन होते नहीं दिखा। खास तौर पर लोगों के मूवमेंट और प्रशासन की मुस्तैदी नहीं देख कर टीम के सदस्यों ने कई सवाल पूछे। हालांकि डीएम कुमार रवि लगातार केंद्रीय टीम को संतुष्ट करने का प्रयास करते नजर आए। राजीव नगर में हालात बिल्कुल अनियंत्रित है। रोड नंबर 1 से लेकर 22 तक के इलाके को कंटेनमेंट जोन में तब्दील किया गया है और इसे जिला प्रशासन ने बफर जोन माना है। बावजूद इलाके में प्रशासनिक मुस्तैदी नहीं दिख रही है। ग्राउंड रियलिटी को जानने पहुंची सेंट्रल टीम ने इन्हीं बिंदुओं पर अधिकारियों से सवाल भी पूछे हैं।

एनएमसीएच का किया निरीक्षण

कोविड अस्पताल एनएमसीएच का केंद्रीय टीम ने निरीक्षण किया। टीम में मौजूद स्वास्थ्य मंत्रालय भारत सरकार के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल, नेशनल सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल के डायरेक्टर डॉ। एसके सिंह, एम्स नई दिल्ली के डॉक्टर नीरज निश्चल, राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक मनोज कुमार व अन्य थे। सभी ने एनएमसीएच की इमरजेंसी, सर्जिकल आइसीयू, मेडिसिन आइसीयू, मेडिसिन वार्ड समेत अन्य वार्ड में जाकर व्यवस्था को देखा और मरीजों से बातचीत की। इस दौरान कई कमियां गिनाई।