-भिखनाठोरी बॉर्डर के पास की घटना, भारतीय क्षेत्र के लोगों में आक्रोश

CHAMPARAN: नेपाली प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली के विवादित बयान से गरमाए माहौल के बीच पूजा के बहाने पहुंचे नेपाली नागरिकों ने बिहार के पश्चिम चंपारण जिले में भिखनाठोरी बॉर्डर पर लगे पिलर को शनिवार शाम उखाड़कर फेंक दिया। इसकी सूचना मिलते ही भारतीय क्षेत्र के लोग आक्रोशित हो गए। सूचना पर सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) की टीम वहां पहुंची। इस दौरान फिर सैकड़ों की संख्या में नेपाली नागरिक पहुंचे और विरोध करने लगे। हालांकि, उन्हें शांत करा दिया दिया। इसके बाद एसएसबी अधिकारी और पुलिस लौट गई। बताया गया कि रविवार को एसएसबी अधिकारी वहां जाकर नए सिरे से पिलर की ढलाई कराएंगे।

मामले की जांच जारी

भिखनाठोरी बॉर्डर के पिलर संख्या 436 के पास नो मेंस लैंड पर स्थित सीता गुफा में बीते तीन दिनों से नेपाली नागरिक पूजा करने आ रहे थे। बहाना रामजन्म भूमि की खोज था। इसी क्रम में शनिवार को सैकड़ों की संख्या में नेपाल के ठोरी क्षेत्र के निर्मल बस्ती, विजय बस्ती, निर्मल नगर, गौतम नगर की महिलाएं और पुरुष पहुंचे थे। नेपाल के पर्सा जिले के प्रदेश नंबर दो के मंत्री भी आए थे। उसके साथ अधिकारी, नेपाली पुलिस भी थी। चार घंटे तक वहां मेले का दृश्य रहा। सबने पूजा -अर्चना की। चलते समय नेपाली नागरिकों ने बॉर्डर पर सीमांकन के लिए लगे पिलर संख्या 436 को उखाड़कर फेंक दिया।

घटना की आलोचना

धमौरा पंचायत के मुखिया रामबिहारी महतो ने बताया कि नेपाल पुलिस की मौजूदगी में पिलर को उखाड़ा गया। बेतिया जिप अध्यक्ष शैलेंद्र गढ़वाल ने घटना की ¨नदा की।