-पीएमसीएच में डेंगू के 30 पेशेंट का चल रहा है इलाज

PATNA: जलजमाव के बाद की स्थिति में सबसे भयावह स्थिति इसमें फंसे लोगों का संक्रमण है। बीते दो दिनों में पीएमसीएच और एनएमसीएच में ही संक्रमण के 700 से अधिक पेशेंट देखे गए हैं। इस सीजन में डेंगू के अब तक 623 पेशेंट मिले हैं। संक्रमण के मामलों में सबसे अधिक स्किन की बीमारियों, जल जनित बीमारियों आदि के मामले सर्वाधिक हैं। एनएमसीएच ओपीडी में दो दिनों में करीब 300 पेशेंट संक्रमण के आये। यहां डॉक्टरों ने बताया कि इसमें डायरिया, दस्त, फीवर आदि के पेशेंट बड़ी संख्या में मिल रहे हैं। वहीं, पीएमसीएच के स्किन डिपार्टमेंट की स्थिति तो ऐसी है कि समय समाप्त होने के बाद भी बड़ी संख्या में पेशेंट कतार में अपने इलाज की प्रतिक्षा में रह जाते हैं।

पीएमसीएच में 30 एडमिट

पीएमसीएच में शुक्रवार को डेंगू के सात नए पेशेंट आये हैं। पीएमसीएच इमरजेंसी इनचार्ज डॉ अभिजीत सिंह ने बताया कि यहां फिलहाल डेंगू के 30 पेशेंट का उपचार किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि फिलहाल डेंगू वार्ड 35 बेड का है। स्थिति नियंत्रण में हैं और दवाएं भी पर्याप्त मात्रा में है। लेकिन यदि पेशेंट की संख्या बढ़ती है तो इसके लिए रिजर्व 30 अतिरिक्त बेड की व्यवस्था की गई है। जांच की सुविधा और डॉक्टरों भी यहां नियमित रुप से देखभाल कर रहे हैं।

एनएमसीएच में हालत गंभीर

पीएमसीएच के वार्ड में सितंबर अक्टूबर में 150 से अधिक पेशेंट का इलाज हो चुका है। इसे लेकर स्थिति पर लगातार नजर रखी जा रही है। वहीं, एनएमसीएच के जेडीए अध्यक्ष डॉ रवि रंजन रमण ने बताया कि शुक्रवार को चार केस डेंगू के आये हैं। इसमें दो की हालत गंभीर है।

हर दिन आ रहे ढेरों फोन कॉल

जलजमाव के पीडि़तों तक अब भी समुचित रुप से मेडिकल केयर नहीं मिल पा रहा है। वरीय फिजीशियन डॉ दिवाकर तेजस्वी ने बताया कि जलजमाव से सबसे अधिक प्रभावित राजेंद्र नगर में अभी भी स्थिति सामान्य होने में वक्त लगेगा। उन्हें हर दिन 70 से 80 कॉल हर दिन आ रहे हैं। इसी प्रकार, आईएमए के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट डॉ अजय कुमार के पास भी हर दिन 100 कॉल आ रहे है। इन्हें मेडिकल एडवाइस दिया जा रहा है। स्किन एलर्जी, स्किन पर लाल दाग होने, फीवर होने, अत्यधिक थकान महसूस होने, डायरिया, टाइफाइड और मेंटल डिप्रेशन के मामले पीएमसीएच सहित विभिन्न हॉस्पिटलों में देखे जा रहे हैं।