PATNA: द्राप्ति के लिए गुरुवार का दिन बेहद खास रहा। खास रहता भी क्यों नहीं। इसकी दो वजह है। पहली तो लंबे समय बाद घर आने की खुशी और दूसरी नए मेहमान के आने की। उसकी खुशी के गवाह बने यात्री और रेल पुलिस के जवान जिनकी सहायता से मां और बच्चा दोनों सकुशल अपने घर पहुंच गए हैं।
दिल्ली से चली थी
द्राप्ति अपने परिवार के साथ बुधवार को दिल्ली से पटना आने के लिए विक्रमशिला ट्रेन पर सवार हुई। सफर के दूसरे दिन ट्रेन सुबह-सुबह दानापुर स्टेशन पहुंची। वहां से पटना के लिए जैसे ही ट्रेन रवाना हुई कि द्राप्ति के पेट में दर्द होने लगा। इसकी सूचना आरपीएफ को दी गई। जैसे ही ट्रेन पटना जंक्शन के प्लेटफॉर्म-क् पर पहुंची, आरपीएफ पोस्ट निरीक्षक विश्वनाथ कुमार टीम के साथ मुस्तैद थे। फौरन आरपीएफ की महिला जवान द्राप्ति के पास पहुंची। उसे अस्पताल ले जाया जाता इससे पहले ही उसने बेटे को जन्म दिया। खुशी के माहौल में उसके परिवार के साथ-साथ मौके पर मौजूद दूसरे लोग भी शामिल हुए। मिठाई खिलाकर खुशी जाहिर की गई। इसके बाद मां और बेटा दोनों को घर के लिए रवाना कर दिया गया।
- जाना था भागलपुर
इधर, द्राप्ति के पति राम सिंह ने कहा कि यह सफर मेरी जिंदगी का यादगार सफर बन गया। पहले घर जाने की खुशी थी लेकिन बेटे के जन्म से खुशी दोगुनी हो गई है। अपने परिवार के साथ भागलपुर पहुंच गया हूं।
दिल्ली से आ रही विक्रमशिला ट्रेन में एक महिला ने बेटे को जन्म दिया है। महिला जवानों ने उसकी पूरी मदद की। मां और बेटा दोनों स्वस्थ घर पहुंच गए हैं।
- विश्वनाथ कुमार, निरीक्षक, आरपीएफ पटना जंक्शन