-शातिर नाबालिग कैदियों को रखा जाता है रिमांड होम में

क्चढ्ढ॥न्क्त्रस्॥न्क्त्रढ्ढस्नस्न/क्कन्ञ्जहृन्: शेखपुरा स्थित रिमांड होम से सोमवार की देर रात 9 शातिर बाल कैदी फरार हो गए। शेखपुरा के इस रिमांड होम को 'पैलेस ऑफ सेफ्टी' के नाम से जाना जाता है जहां पूरे प्रदेश के 16 से 18 साल के शातिर नाबालिग अपराधियों को रखा जाता है। ये वैसे कैदी हैं, जो दो-तीन या उससे अधिक जघन्य अपराधों में आरोपित हैं। बाल कैदियों की फरारी के बाद पुलिस को अलर्ट किया गया है तथा रेलवे स्टेशनों व बस अड्डों पर जांच शुरू कर दी गई है। अभी यहां 23 नाबालिग कैदी बंद थे। शेखपुरा जिला मुख्यालय से पांच किमी दूर मटोखर स्थित रिमांड होम की देख-रेख का जिम्मा राज्य सरकार के समाज कल्याण विभाग का है। मंगलवार की सुबह सूचना मिलने पर डीएम, एसपी ने जांच-पड़ताल की।

सैप के दो जवानों से पूछताछ

एसडीपीओ अमित शरण ने बताया कि सोमवार देर रात यहां से नौ शातिर बाल कैदी चहारदीवारी फांद कर भाग गए। बताया गया कि जिस बैरक में कैदियों को रखा गया था, उसके गेट का ताला बंद मिला है और बैरक के आंगन का लोहे के ग्रिल भी सही-सलामत है। एसडीपीओ ने बताया कि घटना में रिमांड होम के नाइट गार्ड व रात्रि ड्यूटी में तैनात सैप के दो जवानों की भूमिका संदिग्ध मानकर उनसे पूछताछ की जा रही है। भागने वाले कैदियों में छपरा के 4, बक्सर के 2 व आरा, गया व सिवान जिला के एक-एक कैदी शामिल हैं।