PATNA: मंगलवार को सीएम नीतीश कुमार ने राजगीर में ग्राम श्री, कृषि, व्यंजन, बिहार खादी ग्रामोद्योग और प्रदर्शनी का अवलोकन किया। इस दौरान उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव पर ट्विटर के माध्यम से हमला किया। मुख्यमंत्री का ट्वीट केंद्र सरकार द्वारा राजद प्रमुख लालू प्रसाद की एनएसजी और सीआरपीएफ की सुरक्षा प्रकरण पर था। मुख्यमंत्री ने राजगीर से ट्वीट किया कि -राज्य सरकार द्वारा जेड प्लस और एसएसजी की मिली हुई सुरक्षा के बावजूद केंद्र सरकार से एनएसजी और सीआरपीएफ के सैकड़ों सुरक्षा कर्मियों की उपल?धता के जरिए लोगों पर रौब गांठने की मानसिकता, साहसी व्यक्तित्व का परिचायक है। राज्य नहीं, केंद्र का है मामला गौरतलब है कि मालूम हो कि एनएसजी और सीआरपीएफ की सुरक्षा वापस होने के बाद लालू प्रसाद ने प्रेस कांफ्रेंस कर कहा था कि उनके साथ कुछ हो तो नमो और नीतीश जिम्मेदार होंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा दी जाने वाली जेड प्लस और एसएसजी की सुरक्षा वापस थोड़े हुई है। वह तो है ही। रही बात एनएसजी और सीआरपीएफ की सुरक्षा वापस किए जाने की बात तो वह राज्य सरकार नहीं केंद्र सरकार का मामला है। वैसे मुख्यमंत्री ने यह सवाल भी उठाया कि क्या सीआरपीएफ पूर्व मुख्यमंत्री की सुरक्षा में लगाए जाने वाला बल है? सुरक्षा का नहीं रहा मोह मुख्यमंत्री ने कहा कि सुरक्षाकर्मी को लेकर उनके मन में कभी मोह नहीं रहा। जिस समय राज्य में एसएसजी सुरक्षा बल के संबंध में कानून बना और तय हुआ कि पूर्व मुख्यमंत्रियों को एसएसजी की सुरक्षा मिलेगी उस वक्त यह बात प्रचार में आई कि लालू और नीतीश को ही सबसे अधिक फायदा होगा। लेकिन पूर्व मुख्यमंत्री के रूप में हमें कभी भी एसएसजी की सुविधा नहीं मिली। मेरे मन में यह ख्याल भी नहीं आया। उन्होंने कहा कि इतने समय से बिहार का काम-काज देख रहे हैं पर कभी भी सीआरपीएफ और एनएसजी सुरक्षा की कोई बात नहीं कही। सुरक्षा गार्ड क्या करेगा? यहां तो इंदिरा गांधी को उनके घर में ही सुरक्षाकर्मियों ने मार डाला था।