-इस बार के इलेक्शन में क्वालिटी हायर एजुकेशन की डिमांड कर रहे हैं यूथ

- एनआईटीयंस ने कहा, फूंक-फूंक कर देंगे वोट, एक-एक वोट है कीमती

PATNA : लोकसभा चुनाव को लेकर हर कोई अपने-अपने मुद्दे के साथ तैयार है। इस बार यूथ उन मुद्दों को प्रायोरिटी देना चाहता है, जिससे कोई बदलाव हो। एनआईटीयंस इस बार हायर एजुकेशन को सबसे अधिक महत्व देने वाले को वोट करना चाहते हैं। हालांकि सिर्फ बात कह देने से नहीं बनेगी। जो ऐसा करे, उसके पास एक साफ एजेंडा होना चाहिए, ताकि बातें हवा में न हो। सही प्लानिंग हो और जमीन पर भी उतरे। एक ऐसा नेतृत्व हो, जिसके पास कुछ ऐसा करने के लिए विजन हो। चुनाव भले ही एक बार होता है, पर उससे फ्यूचर की आस बंधी होती है। एक-एक वोट कीमती है, जिस पर कोई समझौता नहीं हो सकता।

यूथ पॉवर को नहीं कर सकते इग्नोर

एनआईटीयंस का कहना है कि इंडिया में दुनिया की सबसे अधिक आबादी यूथ की है। अगर हर कोई करप्शन और अन्य मुद्दों पर ही सिमट कर रह जाएगा, तो फिर यूथ व उनकी जरूरतों के लिए तैयारी कौन करेगा। मोहित यादव का कहना है कि आजकल हर जगह इंजीनियरिंग, मेडिकल व अन्य प्रोफेशनल कोर्सेज के कॉलेजों की बाढ़ सी आ गई है। वैसे कॉलेजों में पढ़ाई ठीक से नहीं होती है। वे सिर्फ कमाने का जरिया भर बनकर रह गई हैं, इसलिए यूथ के लिए एक क्वालिटी एजुकेशन को महत्व देना जरूरी है। यूथ की जरूरतों को इग्नोर नहीं किया जा सकता। वे जिस रास्ते आगे बढ़ेंगे, देश भी उसी रास्ते पर आगे बढ़ेगा। शिवम पटेल का कहना है कि क्वालिटी हायर एजुकेशन के साथ-साथ भ्रष्टाचार पर लगाम लगाना जरूरी है, क्योंकि जब तक टैक्स पेयर का पैसा सही दिशा में खर्च नहीं होगा, हम डेवलपमेंट की बात नहीं कर सकते हैं।

शांति के साथ-साथ डेवलपमेंट

डेवलपमेंट हर किसी को चाहिए, पर कैसे? इस सवाल पर आपस में चर्चा करते हुए इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग के स्टूडेंट सुभदेव पॉल ने कहा कि जब तक शांति नहीं होगी, डेवलपमेंट की बात बेमानी है। इसके लिए ऐसा शासन चाहिए, जो व्यवस्था को संभाल कर रखे। लॉ एंड ऑर्डर पर कंट्रोल होना चाहिए, ताकि अमन-चैन का वातावरण बना रहे। इसके बाद ही डेवलपमेंट की बात करना या उसे आगे बढ़ाना संभव है। बीते कुछ समय समय से इसे लेकर अच्छी स्थिति नहीं रही है। उग्र हो जाने से कोई अच्छा बदलाव हो जाए, ऐसा नहीं हो सकता। चमन सिंह ने भ्रष्टाचार को सबसे बड़ा मुद्दा बताया, तो राहुल ने देश में खेलकूद के लिए एक अच्छा माहौल बनाने की बात पर जोर दिया।