PATNA : अब तक की जांच में तय शादी का अभिषेक की ओर से अचानक तोड़ा जाना ही उसकी और उसके छोटे भाई सागर की हत्या का कारण पटना पुलिस को भी लग रहा है। इसी प्वाइंट पर राजधानी के जमाल रोड में हुए डबल मर्डर की जांच अब आगे बढ़ गई है। फिलहाल पूरे मामले की छानबीन और हत्यारे को पकड़ने के लिए एसएसपी मनु महाराज ने अलग-अलग तीन स्पेशल टीम बनाई है।

- पटना, आरा और रोहतास में छापेमारी

एसएसपी का निर्देश पर बनाई गई तीन स्पेशल टीमों ने रविवार को अलग-अलग जगहों पर छापेमारी की। पहली टीम ने पटना में छापेमारी की। पुलिस सोर्स की मानें तो अभिषेक के नजदीकी रिश्तेदारों से इस मामले में पूछताछ की गई है। दूसरी टीम ने आरा के तहत उसके गांव में छापेमारी की। वहां भी कई संदिग्धों से पुलिस टीम ने पूछताछ की। जबकि तीसरी छापेमारी रोहतास के बंजारी गांव में की गई। बंजारी वही गांव है, जहां विश्वकर्मा पूजा के पहले अभिषेक की शादी तय हुई थी। फिर क्भ्-ख्0 दिनों बाद अचानक अभिषेक ने शादी करने से मना कर दिया था।

- घरवालों पर भी गहराया शक

जांच में जुटी पुलिस को अभिषेक और सागर के मर्डर केस में किसी पारिवारिक व्यक्ति के भी शामिल होने का भी शक है। जिसे लेकर पुलिस अधिकारियों ने कई सगे संबंधियों से पूछताछ की है। पुलिस सोर्स के अनुसार अभिषेक के पटना में रहने वाले एडवोकेट जीजा अमित कुमार व दूसरे फैमिली मेंबर्स से भी पूछताछ की गई है।

- लापता मोबाइल में छिपे हैं राज

जब पुलिस ने वारदात वाले कमरे की तलाशी ली थी तो वहां से अभिषेक के मोबाइल गायब थे। दो मोबाइलों में तीन अलग-अलग नंबर थे। इसमें एक स्मार्ट फोन भी था। दोनों ही मोबाइलों को हत्यारे अपने साथ ले गए। संभावना इस बात की जताई जा रही है कि गायब किए गए मोबाइल में कुछ तो जरूर रहा होगा। जिसकी वजह है से हत्यारे मोबाइल को अपने साथ ले गए।

- सागर के मोबाइल से नहीं मिला कुछ भी

हालांकि पुलिस ने मौके से एक मोबाइल बरामद किया था। जो सागर का था। पुलिस ने उस मोबाइल को अच्छे से खंगाला। लेकिन उससे कोई क्लू नहीं मिला। फिलहाल दोनों भाईयों के हर एक मोबाइल नंबर की कॉल डिटेल को खंगाला जा रहा है। शायद पुलिस को उसमें कोई क्लू मिल जाए।

राजधानी के पॉश इलाके में दिल को दहला देने वाली वारदात को अंजाम दे हत्यारे आसानी से फरार हो गए और इसकी भनक तक किसी को नहीं लगी। यहां तक की जमाल रोड के जिस मकान के कमरे में ये वारदात हुई, वहां रह रहे दूसरे किराएदारों को भी पता नहीं चला या फिर जान के भी अनजान बने रहे। इन बातों की असलियत तो पुलिस के आगे की जांच के दौरान ही सामने आएगी।