PATNA : नोटबंदी के बाद ऑनलाइन ठगी का ट्रेंड भी बदल गया है। अब जालसाज फोन पर बैंक अकाउंट और पासवर्ड मांगने के बजाए मोबाइल का झांसा देकर लोगों से ठगी कर रहे हैं। आलम ये है कि पटना में आए दिन लोगों के पास ऐसी कॉल आ रही है। बैंक अकाउंट से ऑनलाइन ठगी का जाल बिहार, बंगाल और झारखंड से चलता था ऐसे में आशंका है कि ठगी का ये नया आइडिया भी बिहार और झारखंड से चल रहा है। आई नेक्स्ट के पास जब ऐसी शिकायत आई तो टीम पड़ताल में लग गई। काफी पड़ताल के बाद एक युवक ऐसा मिला जिसके नंबर पर लगातार ऐसी काल आ रही थी। आई नेक्स्ट टीम ने जब उक्त व्यक्ति के सहारे पड़ताल किया तो बड़ा खुलासा हुआ। अब आई नेक्स्ट आपको बताने जा रहा है कि नोटबंदी के बाद ऑनलाइन ठगी का ट्रेंड किस तरह से बदला है।
सैमसंग कंपनी का ले रहे सहारा
जालसाज सैमसंग कंपनी का सहारा ले रहे हैं। वह फोन करने के बाद खुद को कंपनी के हेडक्वॉर्टर से बात करने का विश्वास दिलाते हैं। बातचीत में इतने एक्सपर्ट होते हैं कि लोगों को जरा भी शक नहीं होता है। वह कंपनी के महंगे मोबाइल सेट महज चार हजार रुपए में देने की बात कहते हैं। इसके पीछे उनका दावा होता है कि कंपनी ने अधिक से अधिक लोगों के बीच मोबाइल सेट देने के लिए स्कीम चला रही है और इस स्कीम में कम ही नंबर चुने जा रहे हैं। लोगों को भाग्यशाली बताकर वह जाल फेकते हैं और अपनी जाल में फंसाते हैं।
मैं सैमसंग से नितिन बोल रहा हूं
जब आई नेक्स्ट रिपोर्टर ने संबंधित नंबर पर बात की तो फोन करने वाले ने अपना नाम नितिन व्यास बताया और सैमसंग के हेड ऑफिस से कॉल करने की बात कही। रिपोर्टर ने उसे उलझाकर कुछ जानने का प्रयास किया। पेश है बातचीत के मुख्य अंश।
नितिन व्यास - मैं सैमसंग मोबाइल के हेड ऑफिस से बाल रहा हूं।
रिपोर्टर - कहा है आपकी ऑफिस?
नितिन व्यास - मैं दिल्ली से बात कर रहां हूं और आपके लिए खास स्कीम है।
रिपोर्टर - क्या स्कीम है बताइए?
नितिन व्यास - सैमसंग कंपनी ने आपका नंबर भाग्यशाली ग्राहकों में चुना है।
रिपोर्टर - तो क्या मिलेगा?
नितिन व्यास - आपको एक ख्0 हजार का फोन ब् हजार में दिया जा रहा है
रिपोर्टर - इसके लिए हमे क्या करना होगा?
नितिन व्यास - रजिस्टेशन करा लीजिए, पोस्टल से आपको मोबाइल मिल जाएगा। रिपोर्टर - क्या करना होगा?
नितिन व्यास - नाम-पता रजिस्टर्ड करा दीजिए, आपके पास मोबाइल पहुंच जाएगा।
रिपोर्टर - पैसा कब देना है?
नितिन व्यास - कंफरमेशन टीम कॉल करेगी, मोबाइल मिलने पर पैसा लगेगा।
रिपोर्टर - रजिस्ट्रेशन में पैसा क्यों लगेगा?
नितिन व्यास - नहीं, रजिस्टेशन में पैसा नहीं लगेगा, बताइए करना है या नहीं।
रिपोर्टर - हां रजिस्ट्रेशन करा दीजिए।
फिर दूसरे का कॉल
रजिस्ट्रेशन होने के बाद ही दूसरे नंबर से फिर फोन आया। फोन करने वाले की बात से लग रहा था दोनों आपस में मिले हैं। दूसरे जालसाज ने कंफरमेशन का नाटक किया और बातचीत में मोबाइल बुकिंग संबंधित जानकारी व पता पूछा। वह बताया कि आपके पास 7 दिन के अंदर मोबाइल पहुंच जाएगा। आप पैसा देकर मोबाइल ले सकते हैं। जब सवाल किया गया कि क्या मोबाइल को पहले देखा जा सकता है पैसा देने के पहले तो जालसाज आनाकानी करने लगा। उसका कहना है कि सुरक्षा के लिहाज से पहले पैसा लेकर तब सामान हैंडओवर किया जाता है।
कंपनी वालों ने बताया सैमसंग की योजना नहीं
आई नेक्स्ट ने जब सैमसंग कंपनी वालों से बात कर ऐसी स्कीमों के बारे में जानकारी ली तो पता चला सब जालसाजी है। सैंमसंग कंपनी ऐसी कोई स्कीम नहीं चला रही है। कंपनी से बताया गया कि ऐसा कोई फोन कॉल आता है तो उसे रिस्पासं न दें। कंपनी का कहना है कि ऐसा कोई भी फोन आए तो संबंधित व्यक्ति पहले सैमसंग कंपनी से बातकर कंफर्म कर लें।