-कांग्रेस के तीन अन्य एमएलसी के साथ अशोक चौधरी जदयू में

क्कन्ञ्जहृन् : कांग्रेस से नाता तोड़ने के चौबीस घंटे के अंदर डॉ अशोक चौधरी 3 अन्य एमएलसी के साथ गुरुवार को जदयू में शामिल हो गए। जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह सीएम नीतीश कुमार की मौजूदगी में जदयू के प्रदेश अध्यक्ष बशिष्ठ नारायण सिंह ने चारों नेताओं को पार्टी की सदस्यता दिलाई। सीएम नीतीश कुमार ने डॉ चौधरी के साथ विधान पार्षद रामचन्द्र भारती, दिलीप कुमार चौधरी और तनवीर अख्तर को मिठाई खिलाई। मीडिया से बात करते हुए अशोक चौधरी ने कहा कि कांग्रेस में रहते हुए मुझे गद्दार कहा जा रहा था। अपमानित किया जा रहा था। पार्टी में मेरी भूमिका याचक से अधिक नहीं रह गई थी, बर्दाश्त करने की भी हद होती है। तंग आकर कांग्रेस छोड़ दी।

लालच में नहीं बदली पार्टी

अशोक चौधरी ने कहा कि मैं जदयू में पार्टी की सेवा करने आया हूं। कांग्रेस में जिस तरह से मुझे अपमानित किया रहा था, वहां और अधिक समय रहना संभव नहीं था। सीपी जोशी कांग्रेस में 'यूज एंड थ्रो' की नीति पर काम कर रहे हैं। मैंने पार्टी किसी लालच में नहीं बदली। मैं जदयू में एक कार्यकर्ता के रूप में काम करने आया हूं। हम सब मिलकर सीएम नीतीश कुमार के हाथ को मजबूत करेंगे।

समर्पित नेताओं को सम्मान नहीं

वहीं जदयू की सदस्यता ग्रहण करने के बाद दिलीप चौधरी ने कहा कि कांग्रेस में अभी और टूट होगी। कांग्रेस में और बहुत से विधायक हैं जो पार्टी से अलग होने वाले हैं। कांग्रेस में निष्ठावान और समर्पित नेताओं का अब सम्मान नहीं है। इस मौके पर जदयू के राष्ट्रीय महासचिव और सांसद रामचन्द्र प्रसाद सिंह समेत अन्य नेता मौजूद थे।

कांग्रेस से 8 निलंबित

अनुशासनहीनता एवं पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के चलते प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी अध्यक्ष कौकब कादरी ने पार्टी के आठ नेताओं को पार्टी की सदस्यता से निलंबित कर दिया है। कौकब कादरी ने कहा कि पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अशोक चौधरी के नेतृत्व में इन नेताओं ने कांग्रेस आलाकमान एवं अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव डॉ। सीपी जोशी की मीडिया में लगातार आलोचना की। संजय सिंह, पूर्व प्रवक्ता विनोद सिंह यादव, सुमन कुमार, पूर्व सचिव रंजीत झा, उदय शर्मा, मनोज उपाध्याय, राजेश तिवारी और जितेंद्र मिश्र निलंबित किए गए। इस कार्रवाई के बाद सूबे की राजनीति गरमा गई है।