-दूसरे सेशन में सिर्फ चार मिनट चली सदन की कार्यवाही

PATNA : विधानसभा में सोमवार को बिहार सरकार ने ब्ब्म्क्.70 करोड़ रुपए का दूसरा अनुपूरक बजट पेश किया। राज्य के वित्त मंत्री अब्दुल बारी सिद्दीकी ने दूसरे सेशन की कार्यवाही आरंभ होते ही द्वितीय अनुपूरक बजट पेश किया। उन्होंने कहा कि अगले साल फ्क् मार्च तक विभिन्न योजनाओं पर खर्च करने के लिए राशि की निकासी की जाएगी। सदन की कार्यवाही सिर्फ ब् मिनट बाद ही मंगलवार सुबह क्क् बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।

बाढ़ नियंत्रण को फ्00 करोड़

वित्त मंत्री सिद्दीकी ने अनुपूरक बजट में सबसे अधिक राशि प्रधानमंत्री आवास योजना के लिए मांगी है। इस योजना के लिए राज्यांश देने के लिए 7म्0.0भ् करोड़ रुपए मांगे हैं। इसके अलावा ब्ख्भ् करोड़ की राशि जीविका पर खर्च होगी। सिंचाई सृजन और बाढ़ नियंत्रण परियोजनाओं पर फ्00 करोड़ रुपए खर्च किया जाएगा। चीनी निगम के कर्मियों के बकाया भुगतान के लिए म्9.ख्7 करोड़ रुपए की निकासी की जाएगी। अनुपूरक बजट के माध्यम से निकासी वाली राशि में से क्00 करोड़ रुपए बिहार के क्0भ्म् थानों में सीसीटीवी लगाने पर खर्च होंगे। गैर-योजना मद में सबसे अधिक ख्00 करोड़ रुपए क्षतिग्रस्त फसलों के लिए किसानों को इनपुट स?िसडी देने पर खर्च होंगे।

वेतन बढ़ाने पर होगा विचार : सिद्दीकी

वित्त मंत्री सिद्ीकी ने विस में कहा कि आर्थिक संसाधनों को ध्यान में रख ही बिहार सरकार अपने कर्मियों के लिए सातवें वेतन आयोग की अनुशंसा पर विचार करेगी। सरकार अभी फिटमेंट कमेटी का गठन नहीं किया है। विस में प्रश्नकाल के दौरान वित्त मंत्री बोल रहे थे। रालोसपा के ललन पासवान ने राज्य कर्मियों के लिए सातवें वेतन आयोग की अनुशंसा पर विचार को लेकर प्रश्न उठाया था। वित्त मंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार राज्य सरकारों को विश्वास में लिए बिना वेतन आयोग की अनुशंसा लागू कर देती है। कई राज्यों ने आपत्ति जताई है। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार यह नहीं कहा है कि सातवें वेतन आयोग का लाभ नहीं देगी। अभी समीक्षा चल रही है। हस्तक्षेप करते हुए नेता प्रतिपक्ष डॉ। प्रेम कुमार ने कहा कि सरकार स्पष्ट बताए कि कितने दिनों में सातवें वेतन आयोग का लाभ राज्यकर्मियों को देगी। समय सीमा तय हो। इस पर चुटकी लेते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि जिस समय आप सरकार में थे और जितने दिनों में छठे वेतन आयोग का लाभ राज्यकर्मियों को दिया था उतने दिनों में ही देंगे।

मेरी राजनीतिक हत्या का प्रयास

मेरी राजनीतिक हत्या का प्रयास हो रहा है। ये बातें जेडीयू विधानमंडल दल की मीटिंग सीएम नीतीश कुमार ने कही। उन्होंने कहा कि मेरे राजनीतिक दृष्टिकोण का गलत विश्लेषण किया जाता है। तरह-तरह की अफवाहें फैलाई जातीं हैं। कभी कहा जाता है कि मेरी अमित शाह से मुलाकात हुई है तो कभी कहा जाता है, मैंने पीएम से बात की है। फिर मुझसे उम्मीद की जाती है कि मैं इन बातों का खंडन करूं। मैं खंडन क्यों करूं? सीएम ने कहा कि लंबे अर्से से मेरे राजनीतिक जीवन पर हमला कर उसे खत्म करने का प्रयास हो रहा है। आजकल राजनीतिक सवालों पर नजरिया रखने पर अनर्गल राजनीतिक व्याख्या होने लगी है। इसकी मैं चिंता नहीं करता। केंद्र की बीजेपी सरकार की उन्मादी राजनीति, समाज को बांटने की प्रवृति, संघीय ढांचे पर प्रहार और असहिष्णुता के खिलाफ जेडीयू लगातार संघर्ष करता रहा है। सीएम ने कहा कि विपक्ष उन मामलों को भी सदन में उठाता है जो राज्य से जुड़े नहीं हैं। ऐसे मामलों के माध्यम से महागठबंधन पर हमले की कोशिश की जाती है। विपक्ष की यह कार्यप्रणाली अनैतिक और राजनीतिक मर्यादा के विपरीत है। उन्होंने कहा कि कालेधन के खिलाफ कार्रवाई का जेडीयू ने समर्थन किया है। बेनामी सम्पत्ति वालों पर कार्रवाई का यह उचित समय है।