स्ढ्ढङ्खन्हृ/क्कन्ञ्जहृन्:बिहार यूं ही बदनाम नहीं है। जब शिक्षा की बुनियाद ही नकल पर रखी जा रही है तो आगे नकल कैसे रोक सकते हैं। गुरुजी अपनी कमी छुपाने और ग्रेडिंग सुधारने के लिए मूल्यांकन परीक्षा मेंच्बच्चों को किताब खोलकर लिखने की पूरी छूट दे रखी है। इसका नजारा सिवान के हुसैनगंज प्रखंड के एक स्कूल में दिखा। जहां खुलेआम स्टूडेंट किताब खोलकर परीक्षा दे रहे हैं। प्राथमिक एवं मध्य विद्यालय में सोमवार से वार्षिक परीक्षा शुरू हुई।

सिवान में 4 लाख बच्चे दे रहे एग्जाम

इसमें सिवान जिले में वर्ग एक से आठ के लगभग साढ़े 4 लाख से अधिक बच्चे परीक्षा दे रहे हैं। पहली पाली में प्राथमिक विद्यालय केच्बच्चे तो दूसरी पाली में मध्य विद्यालय के स्टूडेंट्स ने ¨हदी की परीक्षा दी। मूल्यांकन परीक्षा के लिए विभाग पूरी तैयारी की थी, लेकिन तस्वीरें विभाग का पोल खोल रही है। विभाग के अधिकारी से लेकर शिक्षक विद्यालयों में ग्रे¨डग प्रणाली को अव्वल रखने के लिए नौनिहालों के हाथों में किताब दे कर परीक्षा ले रहे हैं। सभी विद्यालयों में स्टूडेंट समूह में बैठ कर परीक्षा दे रहे हैं।

सभी को शख्त निर्देश दिया गया है कि परीक्षा बिल्कुल सही तरीके से संपन्न कराना है। बावजूद इसके इसपर अनदेखी की गई है तो इसपर कार्रवाई की जाएगी।

समर बहादुर सिंह, डीपीओ, एसएसए