PATNA : नोटबंदी के बाद ऐसे धनकुबेर आयकर के निशाने पर हैं जिन्होंने काला धन सफेद करने के लिए आनन-फानन में सोने-चांदी के आभूषण, सोने की ईंट और बिस्कुट से लेकर शॉप, जमीन और फ्लैट में निवेश किया है। आयकर के अफसर ऐसे लोगों से पूरा हिसाब-किताब लेंगे।

- बड़ी खरीददारी से मिला बड़ा संकेत

आयकर विभाग के आधिकारिक सूत्रों की मानें तो उनके पास इन धनकुबेरों के खिलाफ काला धन रखने और उसे सफेद बनाने के प्रयास करने के पुख्ता सबूत भी हैं। नोटबंदी के बाद हुई बड़ी खरीददारी ही बड़ा सबूत है। इससे यह तय है कि उन्होंने ब्लैक मनी को व्हाइट करने के लिए ऐसा किया है।

- एक नजर में होने वाली कार्रवाई

- सबूत केवल कागजों में नहीं बल्कि स्वर्ण व्यवसायियों, बिल्डरों व जमीन की दलाली करने वालों के पास से बरामद सीसीटीवी फुटेज के रूप में भी है।

- वीडियो में धनकुबेरों को नोटों के बंडलों के साथ देखा जा रहा है

- आयकर विभाग वीडियो फुटेज को अहम साक्ष्य के रूप में पेश करने की तैयारी में है

- आयकर अधिकारियों को मिली है काला धन सफेद करने की शिकायत

- कई बैंक की शाखाओं में नोट बंदी के बाद मोटी रकम जमा हुई है

- बैंक की सीसीटीवी फुटेज से मिला है बहुत बड़ा सबूत

- नोटबंदी के बाद बिल्डरों व स्वर्ण व्यवसायियों ने तो पुराने नोटों के बंडल को फ्0 प्रतिशत कटौती कर बदला है

- बिहार के साढ़े सात हजार धनकुबेर आयकर विभाग के 'राडार' पर

- 8 नवंबर व उसके बाद सोना, फ्लैट व जमीन खरीदने वालों पर कसा आयकर का शिकंजा