क्कन्ञ्जहृन्: करीब 37 साल तक पुलिस सेवा करने के बाद डीजीपी पीके ठाकुर बुधवार को रिटायर्ड हो गए। राज्य पुलिस मुख्यालय में डीजीपी पीके ठाकुर को वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों और कर्मियों के साथ-साथ सचिवालय के अधिकारियों व कर्मियों ने भी भावपूर्ण विदाई दी। डीजीपी पीके ठाकुर ने कहा कि मुझे उम्मीद थी कि मेरे कार्यकाल में ही राज्य पुलिस मुख्यालय सचिवालय से बेली रोड पर निर्माणाधीन पुलिस भवन में स्थानांतरित हो जाएगा। लेकिन मेरी यह उम्मीद पूरी नहीं हों सकी। उन्होंने नए डीजीपी केएस द्विवेदी के बारे में कहा कि वे काफी अनुभवी पुलिस अधिकारी हैं। वे हमसे बेहतर काम करेंगे और मेरे कार्यों को आगे बढ़ाएंगे। नए डीजीपी केएस द्विवेदी मौजूद थे। वे गुरुवार को बिहार के डीजीपी के रूप में प्रभार लेंगे। वर्ष 1980 बैच के आइपीएस अधिकारी पीके ठाकुर ने कहा कि 37 साल से भी अधिक समय तक पुलिस सेवा करने के बाद अवकाश ग्रहण करना काफी सुकून देने वाला है। मैं अपना शेष जीवन भी अपनी जिम्मेदारियों को पूरा करने में व्यतीत करूंगा। इससे पहले डीजीपी पीके ठाकुर को पुलिस मुख्यालय के कर्मचारियों ने भावपूर्ण विदाई दी। ठाकुर ने कहा कि मैं रिटायरमेंट के बाद पटना में ही रहूंगा और यदि किसी को मेरी जरूरत हो तो वह मुझसे बात कर सकता है। शाम में राज्य के सभी वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने डीजीपी के वाहन को खीचं कर उन्हें ससम्मान विदा किया। मौके पर नए डीजीपी के साथ एडीजी (मुख्यालय) एसके सिंघल, एडीजी (विधि-व्यवस्था) आलोक राज, एडीजी सीआइडी विनय कुमार, एडीजी विशेष शाखा जेएस गंगवार, आइजी ऑपरेशन कुंदन कृष्णन, आइजी मुख्यालय पारस नाथ समेत कई वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

डीजीपी पीके ठाकुर के कार्यों को आगे बढ़ाऊंगा : द्विवेदी

राज्य के नए डीजीपी केएस द्विवेदी गुरुवार को डीजीपी का पदभार संभालेंगे। डीजीपी पीके ठाकुर के विदाई समारोह के बाद द्विवेदी ने कहा कि बिहार पुलिस की बेहतरी के लिए जो भी कार्य किए जा रहे हैं, उसे और अधिक तेज गति से आगे बढ़ाना हमारा उद्देश्य होगा। केएस द्विवेदी वर्ष 1984 बैच के अधिकारी हैं और नक्सलियों के खिलाफ कार्रवाई का इन्हें लंबा अनुभव है।