-गवर्नर सत्यपाल मलिक ने अन्य सभी संसाधनों में शिक्षा को बताया महत्वपूर्ण -आर्यभट्ट नॉलेज यूनिवर्सिटी के चौथे दीक्षांत समारोह में 14 टॉपर्स में 9 बेटियां PATNA: बेटियां बेटों से किसी भी मामले में कम नहीं है। अवसर मिले तो वे अपनी मेधा का लोहा मनवा सकती हैं। बुधवार को आर्यभट्ट नॉलेज यूनिवर्सिटी एकेयू के चौथे कंवोकेशन के दौरान इसे बेटियों ने शब्दश: साबित कर दिया। राज्यपाल सह कुलाधिपति सत्यपाल मलिक ने भी छात्र-छात्राओं को डिग्री देने से पहले अपने संबोधन में इस बात का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि आज छात्रों की तुलना में छात्राएं बहुत आगे जा रही है। यह एक अच्छा संकेत है। हालांकि उन्होंने लड़कों को भी उत्साहित करते हुए उन्हें भी और मेहनत कर लड़कियों की बराबरी करने की सलाह दी। समारोह की शुरुआत राष्ट्रगान एवं विश्वविद्यालय के कुलगीत से हुआ। सम्राट अशोक कंवेशन सेंटर के बापू सभागार में आयोजित कंवोकेशन में एकेयू के वाइस चांसलर अरुण कुमार और प्रो। वीसी प्रो। एसम करीम ने अतिथियों का स्वागत अंगवस्त्र और प्रतीक चिन्ह देकर किया। पीढ़ी का पिछड़ना सबसे दु:खद राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने अपने संबोधन में कहा कि धन-संपत्ति, जमीन, शोहरत और कल-कारखाने इत्यादि यदि चले जाएं तो इसे वापस हासिल किया जा सकता है। लेकिन यदि शिक्षा के क्षेत्र में कोई पिछड़ जाए तो पूरी एक पीढ़ी बर्बाद हो जाती है। यह दु:खद है। आगे उन्होंने एकेयू की ओर से किए जा रहे सामाजिक दायित्वों की प्रशंसा करते हुए कहा कि रक्तदान, मुख्यमंत्री राहत कोष आदि जैसे इवेंट सामाजिक प्रेरणा देते हैं। इस दौरान पूर्व कुलपति प्रो। शंभु नाथ गुहा, डॉ। समरेंद्र प्रताप सिंह सहित अन्य भी मौजूद थे। इस अवसर पर क्ब् टॉपर्स में क्0 ही स्वर्ण पदक प्राप्त करने के लिए समारोह में मौजूद थे। क्ब् टॉपर्स में नौ बेटियां कंवोकेशन में सबसे प्रमुख बात जिसकी चर्चा हॉल और हॉल के बाहर भी होती रही वह यह कि कुल क्ब् टॉपर्स में नौ टॉपरों की लड़कियां शामिल थी। इसमें शिक्षा, मेडिकल और अन्य क्षेत्र में लड़कियों ने अपनी उपस्थिति दर्ज करायी। सबसे निचले तबके को भी शिक्षा स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि चिकित्सा को समाज के निचले तबके तक पहुंचाने की कवायद चल रही है। इसके लिए आधुनिक जीवन शैली से जुड़ी बीमारियों के इलाज में देशी चिकित्सा पद्धति के चिकित्सा पाठ्यक्रम में आवश्यक संशोधन किया जाएगा। प्राकृतिक फलों एवं सब्जियों का इस्तेमाल रोगों को पनपने नहीं देता। कुछ फलों और सब्जियों से दवाइयां बनाने को लेकर भी शोध कार्य किया जा सकता है। एकेयू को जल्द मिलेगा अपना घर आर्यभट्ट नॉलेज यूनिवर्सिटी एकेयू के चौथे दीक्षांत समारोह में राज्यपाल सह कुलाधिपति सत्यपाल मलिक ने बताया कि यूनविर्सिटी का मीठापुर में अपना कैंपस आगामी दो- से तीन महीने में चालू हो जाएगा। इसके बाद से यूनिवर्सिटी का संचालन इस नई बिल्डिंग से होगा। जानकारी हो कि वर्तमान में एकेयू का कैंपस सीएनएलयू कैंपस में ही चलाया जा रहा है। वर्तमान में इस यूनिवर्सिटी से कुल 9फ् कॉलेज और संस्थान को संबंद्धता प्राप्त है। कई घोषणाएं की गई चौथे दीक्षांत समारोह के दौरान कई घोषणाएं भी की गई। राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने इस बारे में जानकारी देते हुए कहा कि शैक्षणिक केन्द्रों की स्थापना के साथ- साथ ख्ख् विभिन्न शैक्षणिक पाठ्यक्रमों की स्वीकृति सरकार को दी गई है। पांच नये पाठ्यक्रम का अनुमोदन भी सरकार से प्राप्त हुआ है। इसके अलावा सात नए पाठ्यक्रम सरकार को अनुमोदन के लिए भेजा जा रहा है। इन पाठ्यक्रमों के बारे में बताया गया कि एकेडमिक काउंसिल की बैठक में एमटेक इन थर्मल इंजीनियरिंग के पाठ्यक्रमों का अनुमोदन किया गया है। इसके अतिरिक्त बैचलर ऑफ फिजियोथेरेपी एवं बैचलर ऑफ आक्यूपेशनल थेरेपी, अरबन प्लानिंग, पोस्ट ग्रैजुएट इन योगा साइंस आदि पाठ्यक्रम शामिल हैं।