- संजय मयूख बोले विपक्ष भूल गया राजनीतिक संस्कार

PATNA: विधान परिषद में बुधवार को विपक्ष के हंगामे के कारण प्रथम पाली की कार्यवाही नहीं चल सकी। विपक्ष मंगलवार को विधानसभा में हुई घटना पर विशेष चर्चा की मांग कर रहा था। वहीं, कांग्रेस के पे्रमचंद्र मिश्रा कार्यस्थगन प्रस्ताव ले आए। सत्ता पक्ष के सदस्यों का कहना था कि विधानसभा की चर्चा विधान परिषद में नहीं की जा सकती। दोनों ओर से शोरगलु होने लगा। इस बीच नारेबाजी करते हुए विपक्षी सदस्य आसन के सामने पहुंच गए। वहीं, कुछ सदस्य आसन के समक्ष धरना पर बैठ गए। विरोध बढ़ते देख कार्यकारी सभापति अवधेश नारायण सिंह ने कार्यस्थगन का प्रस्ताव अस्वीकृत करते हुए भोजनावकाश तक के लिए सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी।

चूडि़यां लहराते हुए धरना पर बैठे

परिषद की कार्यवाही स्थगित होने के बाद भी विपक्षी सदस्य कांग्रेस के प्रेमचंद्र मिश्रा की अगुवाई में राजद के रामचंद्र पूर्वे, सुनील कुमार सिंह और सुबोध राय आदि हाथ में चूड़ी लहराते हुए आसान के सामने धरना पर बैठे रहे। करीब दस मिनट तक नारेबाजी करते रहे बाद में उठकर चले गए।

बताया लोकतंत्र का काला अध्याय

इससे पहले विधान परिषद की कार्यवाही शुरू होते ही प्रेमचंद्र मिश्रा ने ध्यानाकर्षण के मध्यम से कहना शुरू किया कि विधानसभा में मंगलवार को जो कुछ भी हुआ वह लोकतंत्र के इतिहास में काला अध्याय है। वहां जिस तरह से पुलिस और रैपिड एक्शन फोर्स को प्रवेश की अनुमति दी गई वह विरोध के स्वर को दबाने का प्रयास था। सत्तापक्ष के उप मुख्य सचेतक दिलीप जायसवाल ने आपत्ति की और कहा कि विधानसभा की चर्चा यहां नहीं की जा सकती है। भाजपा के संजय मयूख ने कहा कि विपक्ष राजनीतिक संस्कार भूल गया है। उन्हें जनता के मुद्दों से काई मतलब नहीं रहा। सियासत करने और राजनीति चमकाने के लिए बेवजह विरोध करते हैं। जदयू के संजय सिंह और नीरज कुमार ने कहा कि इनका यही संस्कार रहा है। जनता के मसलों पर कभी चर्चा नहीं करते।