PATNA: लखीसराय स्थित जयनगर लाली पहाड़ी पहुंचकर पुरातात्विक खुदाई कार्य का शुभारंभ सीएम नीतीश कुमार ने किया। शनिवार को उन्होंने इस कार्य के शुभारंभ के अवसर पर एवं शिलापट्ट का लोकार्पण करते हुए कहा कि लखीसराय की पुरातात्विक विरासत अद्भुत है। एक पौराणिक पत्थर पर सीएम ने एस्क्रेपर और ब्रश चलाकर उसे बारीकी से देखा। नीतीश कुमार ने एक घंटे तक पहाड़ पर फैले बौद्धकालीन एवं पालकालीन अवशेषों का अवलोकन किया। प्रदर्शनी के माध्यम से उन्होंने लखीसराय जिले के 7ख् वर्ग किलोमीटर में फैले प्राचीन क्रिमिला शहर एवं पौरोणिक धरोहरों को भी जाना। पहाड़ी की खुदाई कार्य का लाइसेंस बिहार विरासत विकास समिति को मिला है। इसके निदेशक विजय कुमार चौधरी और विश्व भारती विश्वविद्यालय, शांति निकेतन के पुरातत्व विभाग के प्रो। अनिल कुमार ने सीएम को लाली पहाड़ी के अलावा जिले के अन्य क्षेत्रों में संरक्षण के अभाव में बिखरे पड़े पौराणिक धरोहरों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। सीएम ने इसे अद्भुत बताते हुए कहा कि आज तक उन्हें किसी ने ऐसी जानकारी नहीं दी थी।

अवशेषों को करें संरक्षित

उन्होंने मौके पर मौजूद लखीसराय के जिलाधिकारी अमित कुमार को तत्काल भाड़े का मकान लेकर संग्रहालय खोलने एवं उसमें सभी बिखरे पड़े अवशेषों को संरक्षित करने का आदेश दिया। उन्होंने भागलपुर क्षेत्र के आइजी सुशील मान सिंह खोपड़े को लाली पहाड़ी की खोदाई के दौरान कड़े सुरक्षा बंदोबस्त करने का भी निर्देश दिया। इस दौरान कला-संस्कृति एवं युवा मंत्री कृष्ण कुमार ऋषि, जल संसाधन मंत्री राजीव रंजन सिंह व अन्य उपस्थित थे।