-हंगामे के बीच संशोधन विधेयक पारित, दो और विधेयकों को मंजूरी

-75 वर्ष की आयु तक कार्य कर सकेंगे आर्यभट्ट ज्ञान यूनिवर्सिटी के वीसी

PATNA: तिलकामांझी भागलपुर यूनिवर्सिटी को विभाजित कर मुंगेर में नई यूनिवर्सिटी स्थापना की जाएगी। विधानसभा में बुधवार को विपक्ष के हंगामे के बीच पेश बिहार राज्य विश्वविद्यालय(संशोधन) विधेयक-ख्0क्म् को मंजूरी दे दी गई। विपक्ष मंगलवार को सदन में हुए हंगामे पर निंदा प्रस्ताव पारित करने की मांग कर रहा था। दो और विधेयकों को भी विस में मंजूरी दी गई। एजुकेशन मिनिस्टर डॉ। अशोक चौधरी की अनुपस्थिति में संसदीय कार्य मंत्री श्रवण कुमार ने नए विश्वविद्यालय की स्थापना से संबंधित विधेयक पेश किया। उन्होंने कहा कि मुंगेर विश्वविद्यालय का मुख्यालय मुंगेर में होगा। इसकी क्षेत्रीय अधिकारिता संपूर्ण मुंगेर प्रमंडल में प्रभावी होगी।

मुंगेर के अधीन क्म् कॉलेज

तिलकामांझी भागलपुर यूनिवर्सिटी से क्म् कॉलेज अलग होकर अब मुंगेर यूनिवर्सिटी के अधीन हो जाएंगे। टीएमयू के अधीन अब क्फ् कॉलेज रह जाएंगे। यह निर्णय प्रशासनिक दृष्टिकोण और स्टूडेंट हित में लिया गया। श्रवण कुमार ने आर्यभट्ट ज्ञान यूनिवर्सिटी (संशोधन) विधेयक-ख्0क्म् को भी सदन में पेश किया। जिसमें यह प्रावधान किया गया है कि आर्यभट्ट ज्ञान विश्वविद्यालय के वीसी पदग्रहण की तिथि से तीन वर्षो के कार्यकाल के लिए अथवा 7भ् वर्ष की आयु तक, जो भी पहले हो, पद पर कार्यरत रहेंगे। उन्होंने कहा कि अनुभवी व्यक्तियों का लाभ लेने तथा आर्यभट्ट विश्वविद्यालय प्रशासन को और मजबूत करने के लिए यह निर्णय लिया गया है।

अब पहिए के आधार पर रोड टैक्स

इससे पहले परिवहन मंत्री डॉ। चंद्रिका राय ने बिहार मोटर वाहन करारोपण(संशोधन) विधेयक-ख्0क्म् पेश किया। उन्होंने कहा कि भारी वाहनों पर रोड टैक्स की वसूली का आधार इस संशोधन विधेयक के माध्यम से बदला गया है। पहले चेसिस और बॉडी के आधार पर रोड टैक्स तय किए जाते थे, जिस कारण विसंगति दिखती थी। परन्तु अब पहियों के आधार पर इसे निर्धारित किया जाएगा। तीनों विधेयक भोजनावकाश के बाद दूसरे सेशन में करीब क्भ् मिनट में पारित हुए। सदन की कार्यवाही आरंभ होते ही विपक्षी सदस्य नारेबाजी करते हुए वेल में पहुंच गए। विधेयकों को मंजूरी मिलते ही सदन की कार्यवाही गुरुवार क्क् बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।