- प्लान को दिया गया अंतिम रूप, जरूरी दिशा-निर्देश हुए जारी

- स्टेट लेवल पर स्टूडेंट्स को पता चल पाएगा उनका स्थान

PATNA : इस बार इंटरमीडिएट की मार्कशीट पर परसेंटाइल अंक भी दिए जाएंगे, जिससे स्टूडेंट्स को स्टेट लेवल पर अपने प्रदर्शन की जानकारी मिल सकेगी। इसके लिए अंक पत्र के स्वरूप में बदलाव किया जाएगा, उसमें परसेंटाइल अंक देने के लिए जगह बनाई जाएगी। बिहार बोर्ड ने इसके लिए दिशा-निर्देश जारी कर दिया है। परसेंटाइल अंक से स्टूडेंट्स को स्टेट लेवल पर अपने स्थान का पता चल जाएगा। समिति ने वेबसाइट पर जारी किए जाने वाले अंक पत्र में भी यह डिटेल्स देने की योजना बनाई है। आईआईटी, जेईई व अन्य प्रतियोगी परीक्षार्थियों में परसेंटाइल अंक को इंपॉर्टेट माना जाता है। बिहार बोर्ड का भी कहना है कि परसेंटाइल से स्टूडेंट्स के सही टैलेंट का पता चलेगा।

क्यों जरूरी है परसेंटाइल अंक

बिहार बोर्ड का सिलेबस सीबीएसई व अन्य बोर्ड से कठिन माना जाता है। परीक्षा के प्रश्नों की सेटिंग के दौरान स्टूडेंट्स की पढ़ाई के लेवल को ध्यान में नहीं रखा जाता। बोर्ड का कहना है कि एक स्टैंडर्ड तय है और उससे नीचे का प्रश्न नहीं पूछा जा सकता है। कॉपियों की जांच में भी अंक देने में टीचर्स कंजूसी बरतते हैं, जिससे बोर्ड के स्टूडेंट्स को कम अंक मिल पाता है। बोर्ड कहना है कि परसेंटाइल अंक से स्टूडेंट्स के सामने दिखा सकते हैं।

टॉपर्स को मिलेगा क्00 परसेंटाइल

विभिन्न संकायों के टॉपर्स को क्00 परसेंटाइल अंक मिलेंगे। अगर साइंस स्ट्रीम में कोई स्टूडेंट्स 9फ् प्रतिशत अंक लाकर टॉपर बनता है, तो उसे क्00 परसेंटाइल मिलेगा। टॉपर्स के अंक को आधार बनाकर ही अन्य स्टूडेंट्स के लिए परसेंटाइल निर्धारित किया जाएगा। विशेषज्ञ बताते हैं कि अगर किसी स्टूडेंट्स को 8भ् प्रतिशत अंक आता है, तो टॉपर्स के प्रतिशत के आधार पर उसे 9क्.फ्9 परसेंटाइल अंक मिलेगा।

स्टूडेंट्स की मेधा को प्रदर्शित करने के लिए इस वर्ष से अंकपत्र पर परसेंटाइल का भी जिक्र होगा। परीक्षार्थियों की सुविधा के लिए फ‌र्स्ट टाइम बोर्ड की ओर से ऐसी व्यवस्था की गई है। इसके लिए दिशा निर्देश जारी किए गए हैं।

प्रो। राजमणि प्रसाद सिंह, चेयरमैन, बिहार बोर्ड