क्कन्ञ्जहृन्: वितयनाम के राष्ट्रपति तरंग दाइ क्युआंग शुक्रवार को पत्‍‌नी और शिष्टमंडलीय के साथ बुद्धभूमि पहुंचे। शिष्टमंडल दल में वियतनाम के उप प्रधानमंत्री सहित छह मंत्री व उप मंत्री शामिल थे। विश्वदाय धरोहर महाबोधि मंदिर में भगवान बुद्ध को नमन कर पवित्र बोधिवृक्ष के समक्ष आयोजित विश्वशांति के निमित सूत्त पाठ में शामिल हुए। उन्होंने अपने साथ रहे वियतनाम मंदिर के प्रभारी डॉ। लाम से अनुभव साझा करते हुए कहा कि शांति की भूमि पर आकर अविभूत हुआ। बोधिवृक्ष की छांव में शांति की अनुभूति हुई। वियतनाम के राष्ट्रपति व उनकी पत्‍‌नी सहित शिष्टमंडल दल को पूजा-अर्चना व मंदिर परिभ्रमण डॉ। लाम ने कराया। महाबोधि मंदिर परिभ्रमण के पश्चात होटल रॉयल रेसिडेंसी में एक उच्चस्तरीय बैठक हुई। राष्ट्रपति के साथ आए मंत्रीगण व सूबे के कृषि मंत्री डॉ। प्रेम कुमार सहित अन्य अधिकारी शामिल थे। राष्ट्रपति ने कहा कि वियतनाम और बोधगया शीघ्र ही हवाई मार्ग से जुड़ेगा।

कृषि मामले में वियतनाम उन्नत

उन्होंने कहा कि पर्यटन के क्षेत्र में विनियोग करने की इच्छा वहां के उद्योगपतियों की है। कृषि मामले में वियतनाम काफी उन्नत है। अगर यहां से कृषि क्षेत्र में अध्ययन करने हेतु दल जाएगा। तो उसका स्वागत किया जाएगा। बैठक में कृषि मंत्री डॉ। कुमार सरकार द्वारा बौद्ध परिपथ के विकास के साथ पर्यटकों के प्रदत्त सुविधाओं की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि वियतनाम के उद्योगपति अगर बिहार में विनियोग करने को इच्छुक हैं। तो राज्य सरकार जमीन मुहैया कराएगी। इसके पहले एयरपोर्ट पर राष्ट्रपति की आगवानी सूबे के कृषि मंत्री डॉ। प्रेम कुमार, प्रमंडलीय आयुक्त, डीएम, एसएसपी आदि ने पुष्पगुच्छ भेंट कर किया। शिखा विभाग के कलाकारों ने स्वागत गान प्रस्तुत किए। बोधगया पहुंचने पर बीटीएमसी के समीप सचिव एन। दोरजे, सदस्य डॉ। अरविन्द सिंह, भिक्षु प्रभारी भंते चालिंदा सहित अन्य ने खादा भेंट कर किया। मंदिर परिभ्रमण के बाद राष्ट्रपति व उनकी पत्‍‌नी को बीटीएमसी की ओर से महाबोधि मंदिर व भगवान बुद्ध की प्रतिमा भेंट किया गया। उसके बाद राष्ट्रपति सुजाता बाइपास स्थित वियतनाम मंदिर होकर नई दिल्ली के लिए रवाना हो गए।