- बिखरी पड़ी शराब की बोतलें दे रही गवाही

- डर से स्थानीय लोग नहीं करते विरोध

- पुलिस भी नहीं करती गश्ती

PATNA :

पटना में शराबबंदी का माखौल उड़ाना कोई नई बात नहीं हैं। यो बात अक्सर बड़ी-बड़ी खेप में शराब पकड़ने से साबित भी हो चुकी है। हालांकि अभी तक इसमें शराब तस्करों के ही शामिल होने की बात सामने आ रही थी, लेकिन अब तो शराबबंदी का माखौल उड़ाने में आम नशेड़ी भी शामिल हो गए हैं। राजधानी के दीघा थाना क्षेत्र के पाटी पुल स्थित गंगा किनारे शाम ढलते ही शराब का नशा करने वालों की महफिल सजने लगती है और जाम टकराया जाता है। इसकी जानकारी मिलने पर दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की टीम ने इसकी तहकीकात की। पता चला कि दीघा स्थित गंगा तट पर हर दिन शाम ढलते ही शराबी अपना अड्डा जमा लेते हैं। जब स्थानीय लोगों से बात की गई तो उन्होंने बताया कि डर की वजह से कोई इन्हें रोकता नहीं है। उन्होंने बताया कि पुलिस भी यहां गश्ती करने नहीं आती है। इस वजह से शराबियों का मनोबल बढ़ा हुआ है।

बिखरी पड़ी रहती हैं शराब की खाली बोतलें

दीघा स्थित गंगा घाट के किनारे शराब की खाली बोतलें बिखरी रहती हैं। शराबियों का ग्रुप जाम टकराने के बाद बोतलों को इधर-उधर फेंक देता हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि शराबियों में कई बदमाश भी रहते हैं। बोलने पर मारपीट करने लगते हैं। इस वजह से कोई इन्हें कुछ कहता नहीं है। उन्होंने बताया कि कई बार तो ये दिन में भी शराब पीने लगते हैं। शराबी आसपास के इलाके के ही हैं। इस वजह लोग इनसे बचते भी हैं। लोगों का कहना है कि कई लोग नाव से पार कर यहां शराब पीने आते हैं। शराब पीने के बाद वापस नाव से चले जाते हैं।

नशेडि़यों का है अड्डा

दीघा स्थित पाटी पुल और जर्नादन घाट के पास नशेडि़यों ने अड्डा जमा लिया है। स्थानीय लोगों की मानें तो यहां देसी और विदेशी शराब आसानी से मिल जाते हैं। शराब तस्कर यहां सक्रिय हैं। नशे में टल्ली लोग दिन में घूमते रहते हैं। कई तो नशे में धुत होकर जमीन पर पड़े रहते हैं। उन्होंने बताया कि यहां शराब के अलावा अफीम और गांजा भी धड़ल्ले से बेचा जाता है।

शाम को आने से करते हैं परहेज

लोगों ने बताया कि पहले लोग शाम में गंगा किनारे टहलने आते थे। इसमें पुरुष और महिलाएं भी शामिल होती थीं। लेकिन अब शाम में लोग यहां टहलने से परहेज करते हैं। शराबियों की वजह से बच्चों का खेलना भी मुश्किल हो गया है। उन्होंने बताया कि आसपास के बच्चे शाम में यहां खेलने आते थे। शराबियों की वजह से अब वे नहीं आते थे।

पुलिस भी नहीं करती कार्रवाई

शराबियों के जमावड़े की जानकारी पुलिस को भी है, लेकिन वह इनके खिलाफ कार्रवाई नहीं करती है। स्थानीय लोगों ने बताया कि इसकी सूचना कई बार दीघा थाने की पुलिस को दी गई। उन्होंने बताया कि पुलिस सख्ती करे तो यहां शराबियों का जमावड़ा नहीं होगा। नाम नहीं छापने की शर्त पर एक व्यक्ति ने आरोप लगाया कि यहां पुलिस की मिलीभगत से ही शराब का कारोबार चल रहा है।