PATNA: कोरोना को लेकर एक ओर लोगों में दहशत है वहीं सीएम नीतीश कुमार अपील कर रहे हैं कि भयभीत होने की जरूरत नहीं है। सरकार हर पहलू पर गंभीर है। ज्ञात हो कि पटना और गया एयरपोर्ट पर पैसेंजर्स की लगातार स्क्रीनिंग हो रही है। हेल्थ मिनिस्टर मंगल पांडेय ने कहा है कि अब तक विदेश से लौटनेवाले 121 लोगों को ऑब्जर्वेशन में रखा गया। इनमें 53 की ऑब्जर्बेशन का समय पूरा हो गया। शेष 68 लोग निगरानी मे हैं। गुरुवार को स्वास्थ्य सचिव को निर्देश दिया गया है कि सभी 38 सिविल सर्जन के साथ वीडियो कांफ्रेंस कर अपडेट जानकारी प्राप्त करें।

एयरपोर्ट पर पैसेंजर्स की स्कैनिंग

कोरोना पॉजिटिव की पहचान के लिए सरकार भले इंटरनेशनल एयरपोर्ट यात्रियों की स्कैनिंग की व्यवस्था की है मगर इससे उन लोगों को पहचान नहीं हो पा रही है जो 10 दिन पहले ही भारत लौटे हैं। उन्हें ढूंढ्ने के लिए स्वास्थ्य विभाग के कार्यकर्ता डेटा एकत्र कर रहे है। डेटा के मुताबिक जब उनके पते पर पहुंचते हैं तो पता चलता है कि वे अभी इस शहर में नहीं किसी दूसरे शहर में चले गए हैं। ऐसे लोगों को ढूंढ़ना आसान नहीं है।

25 लाख का मास्क कारोबार

संचालक राजू ने बताया कि मास्क की खरीदारी मेडिकल संस्थानों में काम करने वाले डॉक्टर व कर्मी ही करते थे। मगर कोरोना वायरस के प्रकोप बढ़ने के बाद इसकी बिक्री जबरदस्त बढ़ गई। बच्चों से लेकर युवा और उम्रदराज लोग इसके इंफेक्शन से बचने के लिए मॉस्क की खरीदारी कर रहे हैं। सबसे अधिक बिक्री पिछले पांच दिनों में हुई है। जीएम रोड व पटना के अन्य मेडिकल स्टोरों से मिली जानकारी के मुताबिक पांच दिनों में 25 लाख से अधिक के मास्क की बिक्री हुई है। पटना में कोरोना वायरस के बचाव के लिए मेडिकल स्टोरों से मॉस्क गायब हो गया है।