पटना ब्‍यूरो। इसे लेकर अक्सर सवाल उठता रहता है कि जब ट्रेन में स्कॉट पार्टी की ड्यूटी लगी होती है तब भी इस तरह की घटनाएं कैसे हो जाती हैं। और जब यह घटनाएं होती हैं तब स्कॉट पार्टी की टीम कहां रहती है। पटना में मंगलवार को एक एक्सप्रेस ट्रेन की चैन पुलिंग कर उसमें से जबरन चार युवकों को उतारा गया। फिर उनके साथ मारपीट कर लूटपाट की गई।

नीमा और नदवां के बीच की घटना


यह घटना नदवां स्टेशन और नीमा हॉल्ट के बीच की है। ट्रेन में सवार यात्रियों के अनुसार मंगलवार की सुबह सबा आठ बजे के करीब पलामू एक्सप्रेस को एक शख्स ने चैन पुलिंग कर रोक दी। इस बीच ट्रेन के बीच वाली बोगी में सवार चार युवकों से उसकी बहस हो जाती है। इस बीच आसपास के एरिया से दस की संख्या में युवक चेहरे पर मास्क लगाए आए। और उन चारों युवकों के साथ मारपीट करते हुए ट्रेन से उनके लगैज के साथ उतार दिया।

आधा घंटे तक रुकी रही ट्रेन


युवकों को उतारने के बाद उनके साथ मारपीट कर फिर उन्हें नीमा गांव की ओर बधार में ले जाया गया। इस पूरे घटनाक्रम में आधा घंटा तक पलामू एक्सप्रेस नीमा-नदवां के बीच रुकी रही। इससे यात्रियों को जहां परेशानी हुई। वहीं यात्रियों में एक डर की भावना भी व्याप्त हो गई थी। हालांकि उन चारों के अलावा किसी अन्य यात्रियों को कोई नुकसान नहीं पहुंचाया गया।

शराब कनेक्शन का हो सकता है मामला


इस मामले में शराब कनेक्शन की बात भी सामने आ रही है। स्थानीय सूत्रों के अनुसार यह मामला दो गुटों के बीच अवैध शराब कारोबार में हुए खींचतान का हो सकता है। क्योंकि जिन युवकों को पकड़ कर ले जाया गया है। उनके पास काफी मात्रा में शराब और बीयर की बोतलें थीं। मौके पर मौजूद यात्रियों ने भी बीयर की बोतल देखे जाने की बात कही है।

उन चारों युवकों के साथ आगे क्या हुआ यह किसी को पता नहीं
इस घटना को लेकर स्थानीय रेल प्रशासन अनभिज्ञता जता रही है। वहीं बंधक बनाकर ले जाए गए युवकों के साथ क्या हुआ। उन्हें कहां रखा गया है या फिर क्या उन्हें छोड़ दिया गया है। यह सब किसी को भी नहीं पता है। रेल थाना तारेगना को इस मामले में फोन करके कुछ यात्रियों ने सूचना दी थी। जब हमने तारेगना रेल थाना से संपर्क कर इस मामलें में जानकारी मांगी तब उनके ओर से पूरी मामले पर अनभिज्ञता जताई गई है।

कम स्ट्रेंथ की वजह से ट्रेनों में नहीं होती है स्कॉट पार्टी


मामले में दिन में अगर आप लोकल रूट की ट्रेन में सफर करें तो ज्यादातर ट्रेनों में स्कॉर्ट पार्टी या फिर जीआरपीएफ या आरपीएफ की डिप्लायमेंट नहीं दिखेगा। जिसकी वजह से अपराधियों के लिए ट्रेन एक सॉफ्ट टारगेट के तौरपर आ जाता है। आरपीएफ में काम कर रहे एक इंस्पेक्टर ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि नियम के तहत हर आने-जाने वाली ट्रेन में सिक्यूरिटी का इंतजाम अनिवार्य तौरपर किया जाना होता है। लेकिन आरपीएफ और जीआरपी में उतनी स्ट्रेंथ नहीं होने की वजह से कुछ खास और संभावित खतरे वाले रूटों पर ही स्कॉट पार्टी को भेजा जाता है।

ट्रेन में अगर मुश्किल में हैं तो करें 139 पर करें फोन


ट्रेन में अगर सफर कर रहे हैं और आपके साथ अगर किसी प्रकार मुश्किल आती है तब 139 पर फोन करें। इससे आपको तत्काल मदद मिल सकती है। इसपर फोन करने पर यह फोन पहले कंट्रोल रूम को जाती है। फिर वहां से आपके दिक्कतों के बारे में पूछा जाता है। फिर संबंधित एरिया के रेल थाना को इसकी तत्काल सूचना देकर मदद पहुंचाने की कोशिश की जाती है।

मामले की जांच की जा रही है


मामले में रेल एसपी पटना को फोन किया गया। लेकिन उन्होंने कॉल नहीं उठाया गया। फिर कंट्रोल रूम से इस मामले में जानकारी ली गई। कंट्रोल रूम के पदाधिकारी के अनुसार रेल एसपी को इस मामले में कोई जानकारी नहीं है। संबंधित थाना से बात कर मामले की जांच की जा रही है।