-जमींदारी बांध, चंपारण तटबंध, ¨रग बांध और गोपालगंज में सारण तटबंध भी टूटा

PATNA: प्रदेश में पिछले साल की बाढ़ लोग भूल भी नहीं पाए थे कि इस वर्ष फिर सरकारी इंतजामों के खोखले दावों के आगे लोगों के सब्र के बांध टूट गया। फ्राइडे को भी मूसलाधार बारिश से कई जिलों में नदियां उफनती रहीं। पानी का बाढ़ की स्थिति भयावह होती जा रही है। बाढ़ के पानी में डूबने से 13 लोगों की मौत हो गई। इनमें सुपौल, पूर्णिया और सीतामढ़ी में एक-एक, सहरसा और गोपालगंज में दो- दो, कटिहार और मधुबनी में तीन-तीन लोगों की डूबने से मौत हुई है।

72 गांवों में घुसा पानी

गोपालगंज जिले के मांझा प्रखंड के पुरौना देवापुर तथा बैकुंठपुर प्रखंड के पकहां में सारण तटबंध टूट जाने से मांझा, बरौली तथा बैकुंठपुर प्रखंड के 72 गांवों में गंडक का पानी घुस गया है। पानी बैकुंठपुर के फैजुल्लाहपुर होते हुए तेजी से छपरा जिले के कर्मकुदरियां की तरफ बढ़ रहा है। ग्रामीण घर छोड़ एनएच-28 पर शरण ले रहे हैं। 20 हजार से अधिक आबादी प्रभावित है। सिवान जिले में सरयू का जलस्तर दरौली में खतरे के निशान को पार कर गया है।