पटना ब्‍यूरो।

हमलावर घटना के बाद बाइक से महेंद्रू की तरफ फरार हो गए। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि नकाबपोश हर्ष को 15-20 मिनट तक लगातार पीटते रहे। बताया कि हर्ष को जिस तरह से पीटा जा रहा था उससे प्रतीत होता है कि उनका इंटेशन साफ तौर पर हर्ष की हत्या करनी थी। घायल हर्ष को पीएचसीएच पहुंचाया गया। जहां उसे डॉक्टरों ने डेथ घोषित कर दिया। हर्ष बीएन कॉलेज के फंक्शनल इंगलिश के अंतिम वर्ष का छात्र था।

पांच थाना की पुलिस पहुंची


घटना की सूचना मिलते ही पटना ईस्ट एसपी भरत सोनी के साथ पांच थानों की पुलिस मौके पर पहुंची। लॉ कॉलेज परिसर में छात्र की पीट-पीटकर हत्या की सूचना से पूरे यूनिवर्सिटी में हड़कंप की स्थिति है। छात्रों का गुस्सा बढ़ते जा रहा है। छात्रों के संभावित गुस्से को देखते हुए यूनिवर्सिटी की तमाम परीक्षाएं रद कर दी गई है। यूनिवर्सिटी को भी अनिश्चितकाल के लिए बंद कर दिया गया है।

कौन था हर्ष राज


22 वर्षीय हर्ष राज सिंह वैशाली जिला के बेलसर ओपी अंतर्गत मंझौली ग्राम का रहने वाला था। पिता अजीत कुमार पेशे से पत्रकार हैं। पिता अजीत ने बताया कि इकलौता पुत्र हर्ष बोरिंग रोड में रहकर बीएन कॉलेज में स्नातक के अंतिम वर्ष की पढ़ाई कर रहा था। पटना विश्वविद्यालय में छात्र संघ के अध्यक्ष पद का चुनाव वह लडऩा चाहता था। छात्रों में उसकी बढ़ती लोकप्रियता देख कुछ लोग उससे द्वेष की भावना रखते थे। पिता के अनुसार हर्ष लोकनायक युवा परिषद संगठन का राष्ट्रीय अध्यक्ष भी था। सामाजिक तौर पर सक्रिय होने के कारण हर्ष की वैशाली में काफी लोकप्रियता थी। हर्ष हाल के दिनों में समस्तीपुर लोकसभा क्षेत्र से एनडीए समर्थित उम्मीदवार शांभवी के चुनाव प्रचार-प्रसार में जुटा था।

डांडिया नाइट में हॉस्टल के छात्रों से हुआ था विवाद


बीएन कॉलेज के छात्र सौरव के अनुसार हर्ष राज का कुछ दिन पहले यूनिवर्सिटी के एक हॉस्टल के छात्रों से विवाद हुआ था। वह छात्र संघ का चुनाव लडऩा चाहता था। लेकिन फिर उसने अपनी उम्मीदवारी का विचार छोड़ दिया था। सौरव के अनुसार इस घटना का तार स्पष्ट रूप से डांडिया नाइट के दिन हुए विवाद से जुड़ा हुआ है। हालांकि हत्या का कारण अभी स्पष्ट नहीं हो पाया है। पोस्टमार्टम के बाद पुलिस ने शव को परिजनों को सौंप दिया।

रविवार को ही घर से आया था पटना


मृतक हर्ष के पिता अजीत ने बताया कि 25 मई को वोटिंग के लिए वह घर आया था। घर से वह रविवार को ही पटना आया था। सोमवार को सुबह 10 बजे से लॉ कॉलेज में उसकी परीक्षा थी। दोपहर एक बजे परीक्षा समाप्त होने के बाद हर्ष के निकलते ही नकाबपोश बदमाशों ने ईंट, लाठी व डंडा से हमला कर दिया। अजीत ने बताया कि दोपहर 1.15 बजे उन्हें सूचना मिली कि हर्ष पर आधा दर्जन बदमाशों ने हमला कर दिया है, वह अस्पतला में एडमिट है।

इकलौते पुत्र की हत्या से टूटी मां


पीएमसीएच में फर्श पर रोती-बिलखती मां प्रेमिका सिन्हा कह रही थी कि कई व्रत और मन्नत के बाद हर्ष पैदा लिया था। बड़े अरमानों से उसका लालन-पालन कर रहे थे। हर्ष की हत्या से पूरी तरह टूटी चुकी मां ने कहा कि मना करती थी कि पटना पढऩे मत जा। गांव में रहकर पढ़ाई कर लेकिन हर्ष के दिल में परिवार एवं समाज के लिए कुछ करने की तमन्ना थी। इसी आस में वह पटना में पढ़ाई कर रहा था जो दुश्मनों को नागवार गुजरा और उसकी पीट-पीटकर हत्या कर दिया। रोते-बिखलते पिता अजीत ने कहा कि सबकुछ लूट गया। एक बेटा था उसे भी बदमाशों ने हमेशा के लिए छीन लिया।