- डीसीआई की दो सदस्यीय टीम ने 25 नवंबर को कॉलेज का किया था निरीक्षण

PATNA : शासकीय डेंटल कॉलेज में संसाधनों की कमियों के चलते डेंटल काउंसिल ऑफ इंडिया ने परिवार एवं स्वास्थ्य कल्याण मंत्रालय से मान्यता रद्द की अनुशंसा की गई है। प्रदेश में एक ही सरकारी डेंटल कॉलेज है। कॉलेज में शैक्षणिक और आधारभूत संरचनाओं की कमी के चलते ख्0क्7-क्8 में नामांकन पर खतरा मंडरा रहा है। इसको लेकर कॉलेज के प्राचार्य क्8 जनवरी को अपना पक्ष रखने मंत्रालय बुलाया लिया गया है।

निरीक्षण में पाई भ्ारी कमी

डीसीआइ की दो सदस्यीय टीम ने ख्भ् नवंबर को कॉलेज का निरीक्षण किया था। रिपोर्ट में कहा था कि कॉलेज में शिक्षकों और तकनीकी स्टाफ की भारी कमी है। कॉलेज की लाईबे्ररी में अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय स्तर जनरल की व्यवस्था नहीं है। कंप्यूटर, इंटरनेट और फोटो स्टेट मशीन की सुविधा उपलब्ध नहीं है। यहां तक की डेंटल चेयर भी नहीं है। कॉलेज परिसर में छात्रों और छात्राओं के हॉस्टल नहीं है।

सभी कमियों को दूर करने आश्वासन

कॉलेज के प्राचार्य ने ख्ख् दिसंबर को डीसीआइ को जवाब में सभी कमियों को दूर करने की बात कही है। बताया कि शिक्षकों, तकनीकी स्टाफ की नियुक्ति की प्रक्रिया चल रही है। मशीन, उपकरण और पुस्तक खरीदने की प्रक्रिया चल रही है। इन कमियों को नया शैक्षिक सत्र प्रारंभ होने से पहले दूर कर लिया जाएगा।

क्8 जनवरी तक कमियों को करना होगा दूर

प्राचार्य के जवाब के बाद कॉलेज के नामांकन पर फैसला करने को ख्8 दिसंबर को डीसीआइ की कार्यकारिणी कमेटी की बैठक हुई थी। जिसमें तमाम पहलुओं पर ध्यान रखते हुए शैक्षिक सत्र ख्0क्7-क्8 में ब्0 सीटों पर नामांकन की अनुमति नहीं देने का निर्णय लिया गया। निरीक्षण के दौरान पाए गए कमियों को क्8 जनवरी तक दूर कर लेते हैं तो उसके बाद मान्यता मिलने की उम्मीद है।